राजस्थान के भाजपा विधायक सम्भालेंगे दो विधानसभा क्षेत्रों की जिम्मेदारी
विधानसभा में राजस्थान के हर विधानसभा क्षेत्र के मुददे उठें इसके लिए इस बार राजस्थान के भाजपा विधायक अपने विधानसभा क्षेत्र के साथ ही उसके नजदीक के विधाननसभा क्षेत्र पर भी नजर रखेंगे।
जयपुर,जेएनएन। विधानसभा में राजस्थान के हर विधानसभा क्षेत्र के मुददे उठें इसके लिए इस बार राजस्थान के भाजपा विधायक अपने विधानसभा क्षेत्र के साथ ही उसके नजदीक के विधाननसभा क्षेत्र पर भी नजर रखेंगे।राजस्थान में भाजपा विधायक दल के नेता गुलाबचंद कटारिया की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में यह निर्णय किया गया है।
राजस्थान में विधानसभा की 200 सीटे है और पार्टी के 73 विधायक है। विधायक दल ने तय किया है कि भाजपा के विधायक प्रदेश की सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों में होने वाली प्रमुख घटना और वहां की जनता की जरूरतों को सदन में उठाएंगे। इसके लिए भाजपा विधायक अपनी विधानसभा के साथ ही आसपास की उस विधानसभा की जिम्मेदारी भी लेंगे जहां भाजपा का विधायक नहीं है।
पार्टी ने तय किया है नई व्यवस्था के तहत अब पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी अपनी सीट झालरापाटन के साथ ही एक अन्य विधानसभा सीट की जिम्मेदारी उठाएंगी। वहीं, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया उदयपुर सीट के साथ ही दूसरी विधानसभा सीट की भी जिम्मेदारी लेंगे।
सभी विधायकों को उनके क्षेत्र के साथ मिलने वाले दूसरे क्षेत्र की सूची तैयार की जा रही है। दूसरे विधानसभाा क्षत्र के मुददों और समस्याओं के लिए वहां के स्थानीय नेता और विधानसभा चुनाव हारने वाले प्रत्याशी विधायकों के सम्पर्क में रहेंगे और लगातार फीडबैक देंगे।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि इसके जरिए पार्टी उन क्षेत्रों में भी अपनी पकड बनाए रखेगी, जहां पार्टी किसी कारण से चुनाव हार गई और यह व्यवस्था पूरे पांच वर्ष जारी रहेगी ,ताकि अगले चुनाव लोगों को बताया जा सके कि उनके कौनसे मुददे विधाानसभा में उठाए गएऔर उन पर सरकार ने क्या निर्णय किया।