Rajasthan: कोटा के जेके लोन अस्पताल में अब तक 110 बच्चों की मौत
JK Lon Hospital. राजस्थान में रविवार को कोटा के जेके लोन अस्पताल में अब तक शिशु की मौत का आंकड़ा 110 हो गया है।
जयपुर, एएनआइ। राजस्थान में रविवार को कोटा के जेके लोन अस्पताल में शिशु की मौत का आंकड़ा 110 हो गया है। इस बीच, स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि कोटा में हुई मौतों पर प्रत्येक व्यक्ति को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। मैं उनसे (भाजपा) अनुरोध करता हूं कि इस पर राजनीति न करें। देश में बच्चों के लिए लगभग दो लाख डॉक्टरों की जरूरत है।
राजस्थान में कोटा के जेकेलोन अस्पताल में शनिवार को एक और बच्चे की मौत हो गई थी। यहां बच्चों की मौत का आंकड़ा अब 107 हो गया था। दिसंबर में 100 और नए साल में जनवरी के पहले सप्ताह में सात बच्चों की मौत हुई है।
बीकानेर में 162 बच्चों की मौत
बीकानेर के पीबीएम अस्पताल में भी दिसंबर में आइसीयू में 162 बच्चों की मौत का मामला सामने आया है। सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल एचसी कुमार के मुताबिक, पीबीएम अस्पताल में दिसंबर में आइसीयू में 162 बच्चों की मौत हो चुकी है।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के दौरे से ठीक पहले हुई बच्चे की मौत से अस्पताल परिसर में हडकंप मच गया। जिस सात माह के बच्चे की मौत हुई, उसे दो जनवरी को बारां के अस्पताल से कोटा जेकेलोन अस्पताल में रेफर किया गया था, उसे निमोनिया था। इस अस्पताल में ही भर्ती बच्चे की मां की भी मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि मांगरोल निवासी ज्योति को बारां के सरकारी अस्पताल में गलत ब्लड चढ़ाया गया था।
कोटा जेकेलोन अस्पताल प्रशासन को मृतका के गलत ब्लड चढ़ाए जाने की सूचना थी,लेकिन फिर भी इलाज में लापरवाही बरती गई। इस मामले में चिकित्सा मंत्री डॉ.रघु शर्मा ने अस्पताल अधीक्षक से रिपोर्ट मांगी है। बच्चों की मौत पर राज्य की अशोक गहलोत सरकार घिरती जा रही है। भाजपा इस मामले को लेकर आंदोलन की तैयारी कर रही है । भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि एक माह में बच्चों की मौतों आंकड़ा इतना अधिक है कि जिसे देखकर सरकार की लापरवाही साफ नजर आती है। भाजपा इस मुद्दे को लेकर सरकार को घेरेगी।
मृतक बच्चों के परिजनों से मिले ओम बिड़ला
लोकसभा अध्यक्ष और क्षेत्रीय सांसद ओम बिड़ला ने शनिवार को कोटा जेकेलोन अस्पताल का दौरा कर अस्पताल की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने यहां भर्ती बच्चों के परिजनों से भी मुलाकात की। उसके बाद बिड़ला कोटा शहर और आसपास के मृतक बच्चों के परिजनों से मिलने उनके घर गए। कोटा के अनंतपुरा इलाके में एक मुस्लिम परिवार से मिलने पहुंचे ओम बिड़ला ने सफाई रखने की बात कही। इस परिवार की 15 दिन की बच्ची की एक दिन पहले ही मौत हुई है।
बच्ची के पिता आसिम और मां रूखसाना से मिलकर ओम बिड़ला ने हर संभव मदद का आश्वासन दिया। वे प्रेम नगर निवासी मृतक बच्चे संजय रावल के परिजनों से भी मिले। इस दुखद घड़ी में राजस्थान सरकार के साथ हमेशा खड़ा रहूंगा। अब आगे और बच्चों की मौत नहीं हो इसके प्रबंध किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ.हर्षवर्द्धन से उनकी बात हुई है वे हर तरह से मदद करने को तैयार है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को जो भी मदद चाहिए वे केंद्र से बात करें, हर संभव मदद दी जाएगी। सचिन पायलट ने भी आसिम और रूखसाना से मुलाकात कर बच्ची की मौत पर सांत्वना दी।
केंद्रीय टीम ने किया अस्पताल का दौरा
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्द्धन के निर्देश पर एम्स के छह विशेषज्ञों की टीम शनिवार को कोटा पहुंची। टीम के साथ राज्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के चार अधिकारी भी शामिल थे। टीम ने अस्पताल का दौरा करने के साथ ही प्रत्येक मृतक बच्चे के रिकॉर्ड की जांच की। अस्पताल में उपलब्ध मशीनों को देखने के साथ ही वार्डों का भी निरीक्षण किया। टीम दिल्ली में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। टीम के सदस्यों ने मीडिया से बात करने से इन्कार कर दिया।
बूंदी के अस्पताल में 10 बच्चों की मौत
कोटा से करीब 10 किलोमीटर दूर बूंदी जिला मुख्यालय पर स्थित सरकारी अस्पताल में भी दिसंबर माह में दस बच्चों की मौत की बात सामने आई है। अस्पातल के अधीक्षक केसी मीणा ने बताया कि जिन बच्चों की मौत हुई है,वे या तो बेहद कमजोर थे या फिर अन्य कारणों से मौत हुई है। यह एक सामान्य आंकड़ा है। इसमें अस्पताल के चिकित्सकों की कोई लापरवाही नहीं है।
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