राजस्थान सरकार जयपुर में बनाने जा रही है कोचिंग हब, यह प्रदेश का पहला सरकारी कोचिंग हब होगा
राजस्थान सरकार द्वारा जयपुर में 231 करोड़ की लागत से जयपुर में राज्य का पहला कोचिंग हब बनाया जायेगा शहर की सभी कोचिंग अब एक जगह होंगी 67 हजार वर्ग मीटर में विकसित होगा कोचिंग हब
जयपुर, राज्य ब्यूरो। Rajasthan Government Coaching Hub: राजस्थान की राजधानी जयपुर में सरकार कोचिंग हब बनाने जा रही है। यह प्रदेश का पहला सरकारी कोचिंग हब होगा। राजस्थान में सरकारी कॉलोनियों को विकसित करने के लिए बनाया गया राजस्थान आवासन मंडल अपनी बसाई कॉलोनी प्रतापनगर में 231 करोड़ रुपये की लागत से इस कोचिंग हब का निर्माण करेगा। राजस्थान में वैसे तो कोटा को कोचिंग सिटी का दर्जा प्राप्त है, क्योंकि देश के प्रमुख कोचिंग संस्थान कोटा में ही हैं, लेकिन जयपुर भी कोचिंग के बड़े केंद्र के रूप में उभर रहा है।
राजस्थान में वैसे तो कोटा को कोचिंग सिटी का दर्जा प्राप्त है, क्योंकि देश के प्रमुख कोचिंग संस्थान कोटा में ही है, लेकिन जयपुर भी कोचिंग के बड़े केन्द्र के रूप में उभर रहा है। यहां अभी ज्यादातर कोचिंग संस्थान अपने भवनों मे ही चल रहे है और सरकार ने उन्हें एक जगह करने की कोशिश तो की है, लेकिन अभी भी शहर के अलग-अलग हिस्सों में कोचिंग संस्थान संचालित हो रहे है। सरकार की ओर से कराई गई जांच में इनमें से कई कोचिंग संस्थानों में सुरक्षा नियमों के उल्लंघन की रिपोर्ट भी सामने आई थी। इसी को देखते हुए अब राजस्थान में सरकारी आवासीय काॅलोनियां बसाने वाले राजस्थान आवासन मण्डल ने जयपुर की ही अपनी एक काॅलोनी प्रतापनगर में प्रदेश का पहला कोचिंग हब बनाने का निर्णय किया है।
मण्डल के आयुक्त पवन अरोडा ने बताया कि जयपुर की प्रतिष्ठित प्रताप नगर आवासीय योजना के सेक्टर 16 में लगभग 70 हजार विद्यार्थियों की क्षमता वाले प्रदेश के पहले कोचिंग हब का निर्माण किया जाएगा। यह कोचिंग हब 68 हजार वर्गमीटर क्षेत्र में बनाया जाएगा। इस कोचिंग हब की खास बात यह होगी कि यहां उपलब्ध भूमि के 40 प्रतिशत क्षेत्र में ही निर्माण कराया जाएगा, 60 प्रतिशत क्षेत्र खुला ही रहेगा। इस कोचिंग हब का निर्माण दो फेज में कराया जाएगा।
अरोडा ने बताया कि कोचिंग हब के निर्माण पर 231 करोड़ रुपये का खर्च होगा और मंडल को इस प्रोजेक्ट से करीब 416 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होगा। कोचिंग हब के निर्माण से पूर्व परियोजना की वित्तीय फिजिबिलिटी परीक्षण भी कराया गया, जिसमें इस प्रोजेक्ट को पूरी तरह वायबल एवं उपयोगी माना गया है।
ऐसा होगा कोचिंग हब
अरोडा ने बताया कि कोचिंग हब में कुल 8 सांस्थानिक टावर बनेंगे। इनमें प्रथम फेज में 5 और द्वितीय फेज में 3 टावर बनेंगे। प्रत्येक टावर 7 मंजिल का होगा, जिसमें कुल 1 लाख वर्ग फीट क्षेत्रफल निर्मित किया जाएगा। इन सभी भवनों के नीचे भूतल में पार्किंग विकसित की जाएगी। निर्माण के बाद कोचिंग संस्थानों को प्रत्येक निर्मित मंजिल बेची जाएगी। कोचिंग हब में 50 हजार वर्गफीट क्षेत्र में 7 मंजिला लाइब्रेरी का निर्माण कराया जाएगा। इसके साथ ही 800 व्यक्तियों की क्षमता वाले ऑडिटोरियम का निर्माण कराया जाएगा। छात्रों को रहने के लिए 1100-1100 वर्गमीटर के हॉस्टल व पीजी के लिए 4 भूखंड विकसित किए गए हैं। यहां दो फूड कोर्ट, चिकित्सालय, द्विपहिया और चारपहिया वाहन पार्किंग, जॉगिंग ट्रेक, बास्केटबॉल, टेनिस बॉल कोर्ट, ओपन जिम, सीसीटीवी, कैमरे, सोलर एनर्जी सिस्टम, प्रत्येक ब्लॉक में सेनेटाइजर स्टेशन जैसी सभी जरूरी सुविधाएं विकसित की जाएंगी।
यह प्राजेक्ट 42 माह में बनकर तैयार हो जाएगा। कोचिंग हब का निर्माण जुलाई, 2020 में प्रारंभ होगा, जो कि दिसम्बर 2023 में पूर्ण हो जाएगा। इसका पहला फेज सितम्बर, 2022 में पूरा हो जाएगा।