Rajasthan: कोरोना वायरस व लॉकडाउन के बीच गहलोत सरकार ने कर्मचारियों का महंगाई भत्ता बढ़ाया
Rajasthan government. सरकार ने कर्मचारियों का महंगाई भत्ता पांच प्रतिशत बढ़ाने की घोषणा की है। इस आदेश के बाद अब राज्य कर्मचारियों को डीए 12 से बढ़कर 17 प्रतिशत हो जाएगा।
जागरण संवाददाता, जयपुर। Rajasthan government. कोरोना वायरस व लॉकडाउन के बीच राजस्थान सरकार के कर्मचारियों के लिए राहत की खबर है। सरकार ने कर्मचारियों का महंगाई भत्ता (डीए) पांच प्रतिशत बढ़ाने की घोषणा की है। इस आदेश के बाद अब राज्य कर्मचारियों को डीए 12 से बढ़कर 17 प्रतिशत हो जाएगा। प्रदेश के सात लाख कर्मचारियों को और पौने चार लाख पेंशनर्स को इसका लाभ मिलेगा। कर्मचारियों को एक जुलाई 2019 से फरवरी 2020 का महंगाई भत्ता जीपीएफ में जमा होगा, शेष अप्रैल के वेतन में क्रेडिट होगा।
वित्त विभाग ने इसी सप्ताह डीए में वृद्धि की फाइल मंजूरी के लिए मुख्यमंत्री को भेजी थी। प्रस्ताव को मंजूरी देने के बाद शुक्रवार को सीएमओ से फाइल वापस वित्त विभाग को भेज दी गई है। इसमें एरियर का पैसा जीपीएफ में जमा होगा। राज्य सरकार पर सालाना 400 करोड़ रु. का भार आएगा। शनिवार और रविवार को सार्वजनिक अवकाश होने के चलते अब सोमवार को बढ़े हुए डीए के आदेश जारी हो सकते हैं।
राजस्थान के चिकित्सा मंत्री बोले, गुजरात और महाराष्ट्र की सरकारें लोगों को रोक नहीं रही
राजस्थान के चिकित्सा व स्वास्थ्य मंत्री डॉ.रघु शर्मा ने कहा कि पड़ोसी राज्यों महाराष्ट्र व गुजरात से प्रदेश के बांसवाड़ा, डूंगरपुर, सिरोही, जालौर, प्रतापगढ़ जैसे जिलों लोग पैदल चलकर आ रहे हैं। वहां की सरकारों ने इन्हें ना तो रोका और ना ही स्क्रीनिंग की। पीएम नरेंद्र मोदी ने जैसे ही लॉकडाउन की घोषणा की तो महाराष्ट्र व गुजरात में काम करने वाले प्रदेश के सीमावर्ती जिलों के लोग पैदल ही चलकर अपने घरों की तरफ आने लगे। पहाड़ी जिले बांसवाड़ा में परिवहन के साधन बंद होने के बाद लोग गुजरात से पहाड़ी रास्तों से आ रहे हैं। ऐसे में इन्हें रोकने में परेशानी हो रही है। अब राज्य सरकार इन्हें रोक कर स्क्रीनिंग कर रही है। उन्होंने कहा कि इंटरनेशनल फ्लाइट्स को भी कुछ दिन पहले बंद कर देते तो कोरोना इतना अधिक नहीं फैलता। उन्होंने कहा कि जयपुर में दो प्राइवेट लैब में जांच की सुविधा शुरू की गई है। आइसोलेशन सेंटर नए बनाए जा रहे हैं।
कोरोना वायरस से बचाव का पिलाया जा रहा काढ़ा
कोरोना से बचाव के लिए राजस्थान सरकार के आयुर्वेद विभाग और सामाजिक संगठनों द्वारा लोगों को काढ़ा पिलाया जा रहा है। कोरोना वायरस से निपटने के लिए लोगों को आयुर्वेदिक काढ़ा पिलाने का काम पिछले तीन दिन से चल रहा है। प्रदेश के सभी जिलों में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर आयुर्वेदिक काढ़ा पिलाया जा रहा है। सरकार की तरफ से जारी आदेश में कहा गया कि लोगों में इम्यून सिस्टम बढ़ाने के लिए सभी को काढ़ा पिलाया जाए। जयपुर स्थित केंद्र सरकार के आयुर्वेद संस्थान में भी यह काढ़ा पिलाया जा रहा है। काढ़ा पिलाने वाले आयुर्वेदिक चिकित्सकों ने बताया कि लौंग, काली मिर्च, ज्वर हरण, गिलोय चूर्ण, त्रिकूट चूर्ण गजा व्याधि क्वाथ, हरा बाशा, तुलसी पत्र ,पीपल, सौंठ, हरी अदरक, नीम की छाल एवं मुनक्का को करीब डेढ़ घंटे तक धीमी आंच पर उबाला है, जिससे यह काढ़ा तैयार होता है।
आयुर्वेद विभाग के साथ ही राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष महेश चंद्र शर्मा आयोग कार्यालय व घर पर आगंतुकों एवं कर्मचारियों को लोंग और काली मिर्च का पानी पिला रहे हैं। उन्होंने इस काम के लिए दो कर्मचारियों को तैनात कर रखा है।
विश्व हिंदू परिषद की ओर से जोधपुर में आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक दवा का वितरण किया जा रहा है। यहां दो दिन से आयुर्वेदिक काढ़ा पिलाने के साथ ही होम्योपैथिक दवा की ड्रॉप भी पिला रहे हैं। प्रदेश के विभिन्न शहरों में कई सामाजिक संगठनों ने अलग-अपने ढंग से लोगों को कोरोना से बचाव को लेकर जागरूक करने का अभियान चला रखा है।
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