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Rajasthan: अशोक गहलोत को उम्मीद, पीएम मोदी कृषि कानूनों पर करेंगे कोई फैसला

Rajasthan सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि किसान चार महीने से बैठे हुए हैं भीषण ठंड में बैठे रहे 200 लोगों की जान चली गई है तो ये जो सोच है सरकार की है उसको बदलना चाहिए। सरकारें कभी जिद नहीं करती हैं सरकारों को जिद करनी भी नहीं चाहिए।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Fri, 12 Mar 2021 02:55 PM (IST)Updated: Fri, 12 Mar 2021 07:45 PM (IST)
Rajasthan: अशोक गहलोत को उम्मीद, पीएम मोदी कृषि कानूनों पर करेंगे कोई फैसला
सीएम अशोक गहलोत ने जयपुर में दांडी मार्च को दिखाई हरी झंडी। फाइल फोटो

जयपुर, एएनआइ/प्रेट्र। Rajasthan: राजस्थान के जयपुर में शुक्रवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दांडी मार्च की 91वींं वर्षगांठ के अवसर पर पदयात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। गहलोत ने कहा कि आज से पूरे देश में आजादी की 75वीं वर्षगांठ का जश्न मनाने की तैयारी शुरू हो गई है। आने वाली पीढ़ियां याद रखें कि किस प्रकार हमारे पूर्वजों ने त्याग और बलिदान किए। उम्मीद है कि नई पीढ़ी इसमें आगे बढ़कर हिस्सा लेगी और ये आयोजन बहुत कामयाब होंगे। गहलोत ने ट्वीट में लिखा कि दांडी मार्च की वर्षगांठ के उपलक्ष्य में नरेंद्र मोदी खुद भी साबरमती आश्रम से पदयात्रा रवाना कर रहे हैं, मुझे उम्मीद है आज शाम तक उनके अंतर्मन के अंदर महात्मा गांधी का संदेश उनको झकझोरेगा, हो सकता है शाम तक वो किसानों के लिए कोई फैसला करें तो मुझे बहुत खुशी होगी, देशवासियों को खुशी होगी। किसान चार महीने से बैठे हुए हैं, भीषण ठंड में बैठे रहे, 200 से अधिक लोगों की जान चली गई है, तो ये जो सोच है सरकार की है, उसको बदलना चाहिए। सरकारें कभी जिद नहीं करती हैं, सरकारों को जिद करनी भी नहीं चाहिए। उनको बात सुननी चाहिए, हल निकालना चाहिए।

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गहलोत ने कहा कि मैं उम्मीद करता हूं प्रधानमंत्री से कि जब आज का दिन आपने चुना है साबरमती से दांडी मार्च का, नाम भले ही दूसरा दे दिया गया होगा, कृपा करके अब, अभी तक आपके छह साल के शासन में क्या हुआ, क्या नहीं हुआ, उसको भूल जाओ। अभी तो हिंदू-मुसलमान की बात हो रही है, जब हिंदू-मुसलमान का इनका एजेंडा खत्म हो जाएगा। हिंदू में फिर होगा- ये दलित हैं, ये जनरल कास्ट के हैं, ये ओबीसी हैं, उनमें लड़ाई करवाएंगे ये लोग। सरकार तो सरकार है, यदि एक बार जनता ने आपको चुन लिया है। अब आप वास्तव में 56 इंच का सीना दिखाओ, अभी तक तो सिर्फ कहा है, अब करके दिखाओ कि छह-सात साल तो हमने जल्दी-जल्दी में फैसले कर लिए, अब हम चाहेंगे कि सभी जाति, सभी धर्म, सभी वर्गों के लोगों को साथ लेकर के चलें। मैं कहना चाहूंगा, कम से कम मोदी को चाहिए कि आरएसएस के मोहन भागवत से बात कर लें, घर में सलाह-मशविरा कर लें, अगर देश को एक रखना है, अखंड रखना है, सही रास्ते पर आ जाएं, वरना जनता सही रास्ते पर लेकर आएगी।

अजमेर में गांधी दर्शन को जन-जन तक पहुंचाने का लिया संकल्प

अजमेर, संवाद सूत्र। स्वतंत्रता के 75वें वर्ष तथा महात्मा गांधी के 150वीं जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित अमृत महोत्सव कार्यक्रमों की श्रंखला में शुक्रवार को दांडी यात्रा व शांति मार्च का आयोजन कर गांधी दर्शन को जन.जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया गया। जिला कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने बताया कि महात्मा गांधी के 150वें जयंती वर्ष तथा स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ पर कार्यक्रमों की श्रृंखला देशभर में आयोजित की जा रही है। अजमेर में आनासागर चौपाटी से जेएलएन मेडिकल कॉलेज तक दांडी यात्रा मार्च निकाला गया। संभागीय आयुक्त डॉ वीना प्रधान तथा दैनिक नवज्योति के प्रधान संपादक दीनबंधु चौधरी ने मार्च को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। दांडी यात्रा शांति मार्च का विभिन्न स्थानों पर पुष्प वर्षा के साथ स्वागत किया गया। मेडिकल कॉलेज में दांडी यात्रा व गांधी दर्शन के संबंध में गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में स्वतंत्रता सेनानी श्री शोभाराम गहरवार का अभिनंदन किया गया।

गांधी जीवन दर्शन समिति के संयोजक व पूर्व विधायक डाॅ श्रीगोपाल बाहेती ने गोष्ठी में कहा कि अमृत महोत्सव के अंतर्गत पूरे देश में कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इन आयोजनों का उद्देश्य भारत के प्रत्येक नागरिक तक गांधी के विचारों को पहुंचाना है। महात्मा गांधी की सोच के अनुरूप देश के संसाधनों का लाभ अंतिम पंक्ति में बैठे व्यक्ति तक पहुंचना चाहिए। इस दिशा में सरकार ने वर्तमान बजट में गांधी के ग्राम स्वराज के सपनों को साकार किया है। सरकार द्वारा युवा समन्वयक नियुक्त किए जाएंगे। इनके द्वारा योजनाओं को क्षेत्र में पहुंचाने का कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने नमक पर कर का एक नए तरीके से विरोध किया। इसके परिणामस्वरूप पूरे देश में जाग्रति आई। तत्कालीन सरकार से महात्मा गांधी ने नमक जैसी आवश्यक वस्तु पर कर नहीं लगाने का आग्रह किया। इसे अंग्रेज सरकार ने अनसुना कर दिया। इसके विरोध में महात्मा गांधी द्वारा प्रतीकात्मक रूप से बनाया गया नमक आजादी के आन्दोलन का ध्वजवाहक बना।

उन्होंने कहा कि वर्तमान जिला कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित के कक्ष का दरवाजा सभी के लिए हमेशा खुला रहता है। इससे आमजन में सरकार के प्रति विश्वास बढ़ता है। विकास कार्यों की गति तीव्र होती है। संभागीय आयुक्त डॉण् वीना प्रधान द्वारा क्षेत्र में भ्रमण करके वस्तुस्थिति की जानकारी लेने से सरकार के पास क्षेत्र की वास्तविक स्थिति की जानकारी पहुंचती है। सरकार के प्रत्येक स्तर पर कार्यों की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए। गांधी दर्शन समिति कि सहसंयोजक शक्ति प्रताप सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर नगर निगम आयुक्त खुशाल यादव, पार्षद द्रोपदी देवी, सौरभ बजाड़, उमेश शर्मा आदि उपस्थित रहे।


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