राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बोले-अंबेडकर कांग्रेस में नहीं थे, लेकिन नेहरू ने विधि मंत्री बनाया
गहलोत ने कहा कि छूआछूत मानवता के नाम पर कलंक है इसे मिटाने के लिए हमें आगे आना होगा। अंबेडकर ने बचपन से इस दंश को झेला था। अंबेडकर का सपना अभी पूरा नहीं हुआ है। कुरूतियों पर सब समाज मिलकर चोट करें। अंबेडकर के बताए रास्ते पर चलें ।
जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा और आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा ये लोग तो अंग्रेजों से मिले हुए थे। आजादी के आंदोलन से इनका कोई संपर्क ही नहीं था। गहलोत ने कहा, भाजपा वाले कहते हैं कि पंडित जवाहर लाल नेहरू, सरदार बल्लभ भाई पटेल और डॉ.भीमराव अंबेडकर में मतभेद थे । लेकिन यह गलत है। अंबेडकर कांग्रेस में नहीं थे, लेकिन फिर भी नेहरू ने उन्हे विधि मंत्री बनाया। यह सोच भी उस वक्त के नेताओं में थी कि चाहे मतभेद हो, लेकिन मनभेद नहीं होने चाहिए।
बृहस्पतिवार को अंबेडकर जयंती पर आयोजित वर्चअुल वेबिनार में गहलोत ने कहा कि छूआछूत मानवता के नाम पर कलंक है, इसे मिटाने के लिए हमें आगे आना होगा। अंबेडकर ने बचपन से इस दंश को झेला था। अंबेडकर का सपना अभी पूरा नहीं हुआ है। कुरूतियों पर सब समाज मिलकर चोट करें। अंबेडकर के बताए रास्ते पर चलें ।गहलोत ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और अंबेडकर ने कई बार अपमान का घूंट पिया, लेकिन इस पर प्रतिक्रिया नहीं दी। आज जो सत्ता में बैठे है, उन्होंने आजादी के लिए अंगुली तक नहीं कटवाई। उन्होंने कहा, लव जिहाद का नारा दिया गया।
इससे परिवार में झगड़े होते हैं। आग लगाना आसान है, लेकिन बुझाने में काफी मेहनत करनी पड़ती है। धर्म और जाति के नाम पर लड़ाया जा रहा है। वेबीनार में जनप्रतिनिधि,सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी और शिक्षाविद्ध भी जुड़े ।