Rajasthan Politics: गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी कांग्रेस, सेवादल का प्रशिक्षण शिविर शुरू
Rajasthan Assembly Electionsशिविर की शुरूआत के मौके पर सेवादल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालजी देसाई ने गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव में संगठन की सक्रिय भूमिका निभाने की बात कही। चुनाव की घोषणा के बाद पोलिंग बूथ स्तर पर सेवादल के कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी संभालने के लिए कहा है।
जागरण संवाददाता, जयपुर। गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी कांग्रेस के अग्रिम संगठन सेवादल का प्रशिक्षण शिविर सोमवार से राजस्थान के माउंट आबू में प्रारम्भ हुआ। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तीन अगस्त को शिविर के समापन समारोह में संबोधित करेंगे। यह यात्रा 3700 किलोमीटर लंबी होगी जो करीब 150 दिन में पूरी होगी। साल, 2023 में होने वाले राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए अगले साल जनवरी से चुनाव प्रचार करने के लिए पदाधिकारियों को कहा गया है।
कांग्रेस के अग्रिम संगठन सेवादल का प्रशिक्षण शिविर राजस्थान के माउंट आबू में प्रारम्भ हुआ। तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का समापन तीन अगस्त को होगा। शिविर की शुरूआत के मौके पर सेवादल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालजी देसाई ने गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव में संगठन की सक्रिय भूमिका निभाने की बात कही। उन्होंने कहा कि सेवादल के पदाधिकारी और कार्यकर्ता दोनों राज्यों में विधानसभा चुनाव से पहले एक बार प्रत्येक मतदाता तक पहुंचे और उन्हे कांग्रेस के पक्ष में मतदान करने के लिए प्रेरित करें ।
चुनाव की घोषणा के बाद पोलिंग बूथ स्तर पर सेवादल के कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी संभालने के लिए भी कहा गया है। शिविर में मंगलवार को गुजरात कांग्रेस के प्रभारी डाॅ.रघु शर्मा, राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सहित कई नेता शिविर में सेवादल के पदाधिकारियों को संबोधित करेंगे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तीन अगस्त को शिविर के समापन समारोह में संबोधित करेंगे ।
प्रशिक्षण शिविर में अक्टूबर माह में प्रस्तावित कांग्रेस की कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा की तैयारियों पर चर्चा होगी।यात्रा में सेवादल के कार्यकर्ताओं की भूमिका भी शिविर के दौरान तय होगी। यह यात्रा 3700 किलोमीटर लंबी होगी जो करीब 150 दिन में पूरी होगी। साल, 2023 में होने वाले राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए अगले साल जनवरी से चुनाव प्रचार करने के लिए पदाधिकारियों को कहा गया है।
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