पुष्कर मेला: 1 करोड़ का भैंसा और 51 लाख का घोड़ा भी मौजूद
दुनियाभर में प्रसिद्ध पुष्कर मेले में अब तक 15 लाख देशी-विदेशी पर्यटक पहुंच चुके है। मेले में करीब हजार पशु आ चुके है।
जागरण संवाददाता,जयपुर। दुनियाभर में प्रसिद्ध पुष्कर मेले में अब तक 15 लाख देशी-विदेशी पर्यटक पहुंच चुके है। मेले में करीब हजार पशु आ चुके है। इस बार खास बात ये भी है कि एक साल बाद इस मेले में फिर घोड़े बिक्री के लिए लाए गए है। पिछली बार घोड़ों की एक बीमारी के वजह से इन पर रोक लगा दी गई थी। मेले में मुख्य रूप से पंजाब से आया घोड़ा अल्बख्श और गुजरात के पोरबंदर से आया भारी भरकम भैंसा पर्यटकों को आकर्षित कर रहे है। पर्यटकों में घोड़े और भैंसे के साथ सेल्फी लेने की होड़ लगी है ।
51 लाख का घोड़ा,एक करोड़ का भैंसा
पंजाब से घोड़ा बेचने आए गुर प्रताप सिंह गिल ने बताया कि उनके पास 20 घोड़े है,जिन्हे बेचने के लिए मेले में लाए है। मारवाड़ी नस्ल के एक घोड़े की कीमत 51 लाख रूपए है। मारवाड़ी नस्ल के घोड़े में मातृत्व शक्ति अच्छी होने के साथ ही यह दौड़ने में कुशल होता है। मेले में मुख्य आकर्षण माधव और भोलू नाम के दो भी है। इनकी कीमत 1.20 करोड़ रुपए है। ये गुजरात के भावनगर जिले से आए है। इन पर रोज 3 हजार रुपए खर्च होते है। अब तक भैंसों पर 40 लाख रुपए की बोली लगाई जा चुकी है।
घोड़ों की वापसी अहम
पिछले साल घोड़ो बिक्री पर राजस्थान सरकार ने रोक लगा दी थी। दरअसल, पिछले साल घोड़ों की एक बीमारी ग्लैंडर्स डिसीज फैली हुई थी। इसकी वजह से इनकी बिक्री पर रोक लगाई गई थी। इस साल खरीद-फरोख्त के पहले ही इनका टेस्ट किया गया ,जिनके नतीजे निगेटिव आए है, उन्हें मेेले में लाने की इजाजत दी गई है।