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Rajasthan Power Crisis: राजस्थान में बिजली संकट गहराया, कालीसिंध और सूरतगढ़ थर्मल प्लांट की सभी यूनिट बंद

Rajasthan Power Crisis राजस्थान की दो प्रमुख कालीसिंध और सूरतगढ़ थर्मल प्लांट की सभी यूनिट बंद हैं। कोयले की कमी के कारण बिजली उत्पादन गड़बड़ा गया है। इस कारण ग्रामीण इलाकों में अघोषित बिजली की कटौती जारी है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Sat, 28 Aug 2021 05:02 PM (IST)Updated: Sat, 28 Aug 2021 07:06 PM (IST)
Rajasthan Power Crisis: राजस्थान में बिजली संकट गहराया, कालीसिंध और सूरतगढ़ थर्मल प्लांट की सभी यूनिट बंद
राजस्थान में बिजली संकट गहराया, कालीसिंध और सूरतगढ़ थर्मल प्लांट की सभी यूनिट बंद। फाइल फोटो

जयपुर, जागरण संवाददाता। कोयले की कमी के कारण राजस्थान में बिजली संकट गहरा गया है। राज्य की दो प्रमुख कालीसिंध और सूरतगढ़ थर्मल प्लांट की सभी यूनिट बंद हैं। कोयले की कमी के कारण बिजली उत्पादन गड़बड़ा गया है। ऐसे में ग्रामीण इलाकों में अघोषित बिजली की कटौती शुरू की गई है। बिजली की कमी इस हद तक बढ़ गई कि सरकार 18 रुपये प्रति यूनिट तक महंगी बिजली निजी क्षेत्र से खरीद रही है। बिजली संकट के बाद ऊर्जा मंत्री डा. बीडी कल्ला और सचिव दिनेश कुमार दिल्ली पहुंचे हैं। दोनों केंद्रीय कोयला मंत्री और अधिकारियों के साथ मुलाकात करने में जुटे हैं। मुख्य सचिव निरंजन आर्य टेलीफोन के माध्यम से केंद्र सरकार के अधिकारियों के संपर्क में है।

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राज्य बिजली उत्पादन निगम पर नार्दर्न कोल लिंकेज और साउथ ईस्टर्न कोल लिंकेज का 600 करोड़ और निजी कंपनी अडानी पावर लिमिटेड के तीन हजार करोड़ बकाया है। छत्तीसगढ़ के खदान संचालकों का भी काफी पैसा निगम में बकाया है। झालावाड़ के कालीसिंध थर्मल की दोनों इकाई कोयले की कमी के कारण पिछले 12 दिन से बंद है। छत्तीसगढ़ की कोयला खदान मालिकों का राज्य विद्युत उत्पादन निगम का 350 करोड़ रुपये बकाया है। इस कारण उन्होंने कोयला भेजना बंद कर दिया। इसी तरह सूरतगढ़ थर्मल पावर स्टेशन की इकाई में भी कोयला नहीं मिल रहा है। सूरतगढ़ थर्मल पावर स्टेशन पर सरकारी कोयला कंपनियों के साथ ही खदान संचालकों का पैसा बकाया होने के कारण उन्होंने भी कोयला भेजना बंद कर दिया। इस कारण पांच दिन से यह इकाई भी बंद है। बिजली संकट के कारण सरकार निजी क्षेत्र से 18 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली खरीद रही है।

गौरतलब है कि अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक वीएस भाटी ने अधिकारियों को लंबित चल रहे कनेक्शन तुरंत जारी करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने लेखाधिकारियों से कहा कि वे औसत बिलिंग और प्रोविजनल बिलिंग नहीं के बराबर करें। अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक ने गुरुवार को वीसी के जरिए निगम के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक ली। बैठक की शुरुआत कोरोना से दिवंगत हुए कार्मिकों को श्रद्धांजलि से की गई। उन्होंने सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को निर्देश दिए कि निगम के सभी दफ्तरों में कोविड प्रोटोकॉल की पालना सुनिश्चित करें। कोरोना से दिवंगत हुए नौ कार्मिकों के परिजनों को अनुकंप के आधार पर नियुक्ति दी जा चुकी है। इसी तरह 16 कार्मिकों के परिजनों को नियुक्ति सितंबर में दे दी जाएगी। शेष आठ कार्मिकों के परिजनों की ओर से निगम को आवेदन प्राप्त नहीं हुए हैं।


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