मदरसों का होगा आधुनिकीकरण, उर्दू के एक हजार शिक्षक लगेंगे: शाले मोहम्मद
छठी एवं उससे उच्च कक्षाओं में 10 से अधिक विद्यार्थी होने पर उर्दू शिक्षक की व्यवस्था पहले की तरह ही जारी रखते हुए शिक्षकों के सृजित 444 पदों को बढ़ाकर 1 हजार किया जा रहा है। इससे उर्दू भाषा को बढ़ावा मिलेगा।
जोधपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान के सरकारी स्कूलों में उर्दू शिक्षकों के पद बढ़ाकर एक हजार किए गए हैं। राज्य स्तर पर शिक्षा निदेशालय के अंर्तगत उर्दू शिक्षण प्रकोष्ठ की स्थापना की जाएगी। जिन क्षेत्रों में प्राथमिक स्तर पर 20 छात्र-छात्राएं उर्दू में शिक्षा प्राप्त करने के लिए नामांकित होंगे, वहां प्राथमिक विद्यालयों में उर्दू अध्यापक का पद सृजित किया जाएगा। छठी एवं उससे उच्च कक्षाओं में 10 से अधिक विद्यार्थी होने पर उर्दू शिक्षक की व्यवस्था पहले की तरह ही जारी रखते हुए शिक्षकों के सृजित 444 पदों को बढ़ाकर 1 हजार किया जा रहा है। इससे उर्दू भाषा को बढ़ावा मिलेगा।
प्रदेश के अल्पसंख्यक मामलात, वक्फ़ एवं जन अभियोग निराकरण मंत्री शाले मोहम्मद ने इसके लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया है और कहा है कि मुख्यमंत्री श्री गहलोत ने हर वर्ग एवं हर क्षेत्र के हितों को ध्यान में रखते हुए बजट में घोषणाएं की हैं।
इसी क्रम में मदरसों में आधुनिकीकरण के विकास कार्य होंगे, जिसको लेकर राज्य सरकार ने 25 करोड़ रुपयों की धन राशि स्वीकृत करने की घोषणा की है। इससे राजस्थान मदरसा बोर्ड में पंजीकृत मदरसों की आधारभूत संरचना का विकास, कम्प्यूटराइजेशन, फर्नीचर एवं अन्य सुविधाओं का विस्तार एवं सुदृढ़ीकरण किया जाएगा। अल्पसंख्यक मामलात मंत्री शाले मोहम्मद ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधानसभा में वित्त एवं विनियोग विधेयक पर चर्चा के दौरान 25 करोड़ की घोषणा की है।
इससे मदरसों में अध्ययनरत बच्चों को आधुनिक शिक्षा का लाभ प्राप्त हो सकेगा। प्रदेश के लिए मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाएं बड़ी सौगात के रूप में देखी जा रही है। उर्दू के पदों में बढ़ोतरी कराने पर वक्फ बोर्ड के पदाधिकारियों ने मंत्री शाले मोहम्मद से मुलाकात कर धन्यवाद दिया। विभिन्न विभागों में कार्यरत मानदेय र्कमियों के मानदेय में एक अप्रेल से 10 प्रतिशत वृद्धि की गई है। इसका लाभ मदरसा पैराटीचर्स एवं अन्यों को भी प्राप्त होगा।
जोधपुर संभाग में शब ए बरात 29 मार्च सोमवार को मनाई जाएगी
रूयते हिलाल चांद कमेटी जोधपुर की एक अहम बैठक में चांद कमेटी के अध्यक्ष काजी मोहम्मद तय्यब की अध्यक्षता और मुफ्ती ए राजस्थान मौलाना शेर मोहम्मद रिजवी की सरपरस्ती में सर्वसम्मति से यह फैसला लिया गया कि माहे शाबानुल मुकर्रम का चांद संभाग के जिलों के अलावा राजस्थान में 14 मार्च को नजर नहीं आने और ना ही कोई शहादत हासिल हुई। इस संदर्भ में तीसरी बार बैठक आहूत कर मौलाना शेर मोहम्मद खान रिजवी और काजी मोहम्मद तय्यब शहर खतीब व अध्यक्ष रूयत हिलाल चांद कमेटी जोधपुर ने एक संयुक्त विज्ञप्ति जारी करते हुए ऐलान किया कि जोधपुर संभाग में 15 मार्च सोमवार को चांद नजर आने से शबे बरात 29 मार्च सोमवार को मनाई जाएगी।
दोनों धर्मगुरूओं ने आम मुसलमान से गुजारिश की है कि इस रात की फजीलत को ध्यान में रखते हुए अपनी रात इबादते इलाही में गुजारें। अपने मरहूम रिश्तेदारों के लिए मगफिरत की दुआएं करें और अपने गुनाहों की माफी मांगे। मुल्क हिन्दुस्तान में अमन व चैन कायम रहे और दुनिया में फैली कोरोना महामारी से नजात की दुआएं करें।