दिल्ली,एनसीआर का पॉल्यूशन राजस्थान में पहुंचा, पांच जिले प्रभावित, 16 फ्लाइट जयपुर डायवर्ट
हवाओं का रूख बदलने से रविवार को पूर्वी राजस्थान के आसमान में दिल्ली जैसा स्मॉग छा गया। प्रदेश के पांच जिलों में एनसीआर का वायु प्रदूषण डायवर्ट हो गया ।
जयपुर, जागरण संवाददाता। हवाओं का रूख बदलने से रविवार को पूर्वी राजस्थान के आसमान में दिल्ली जैसा स्मॉग छा गया। प्रदेश के पांच जिलों में एनसीआर का वायु प्रदूषण डायवर्ट हो गया। सबसे अधिक हालत खराब दिल्ली से सटे प्रदेश के भिवाड़ी में है। भिवाड़ी में शनिवार से ही लोगों को सांस लेने में परेशानी होने लगी, यहां रविवार को एक्यूआई 429 के स्तर तक पर रहा।
एनसीआर में शामिल अलवर में प्रदूषण का स्तर लगातार दूसरे दिन रविवार को 240 एक्यूआई रहा। वहीं जयपुर में प्रदूषण का स्तर लगातार दूसरे दिन 200 एक्यूआई पर कर गया। जयपुर में रविवार को 236 एक्यूआई दर्ज किया गया। इसके साथ ही भरतपुर 210 एक्यूआई,अजमेर में 211 एक्यूआई और पाली में 204 एक्यूआई दर्ज किया गया। सवाईमाधोपुर और करौली जिलों में भी प्रदूषण का असर नजर आया।
राज्य मौसम विभाग और प्रदूषण नियंत्रण मंडल के अनुसार यह खतरनाक स्तर है। सामान्यत: यह 100 से 125 के बीच होना चाहिए। प्रदूषण नियंत्रण मंडल के अध्यक्ष पी.के.गोयल ने बताया कि प्रदूषण फैलाने वाली औधोगिक इकाईयों को नोटिस दिए गए हैं। इसके साथ ही जिला कलेक्टरों को पाबंद किया गया है।
मौसम विभाग के निदेशक शिव गणेश का कहना है कि शनिवार से आसमान में एक किमी. ऊंचाई तक स्मॉग फैला हुआ है। दिल्ली की प्रदूषित हवा के साथ दिवाली के पटाखों का धुंआ भी आसमान में फैल गया है। अब हल्की बारिश होना आवश्यक है।
वायु प्रदूषण के कारण स्मोग लगातार बढ़ता जा रहा है। दिल्ली एयरपोर्ट पर इसका असर हुआ है। दिल्ली से फ्लाइटों को जयपुर डायवर्ट किया गया है। रविवार को कुल 16 फ्लाइट दिल्ली से डायवर्ट होकर जयपुर पहुंची। इन फ्लाइटों में जयपुर पहुंचे यात्रियों को कई घंटों तक इंतजार करना पड़ा, हालांकि बाद में ये फ्लाइट वापस दिल्ली चली गई।
गहलोत बोले, केंद्र प्रयास करे
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि दिल्ली और एनसीआर में वायु प्रदूषण की हालत बेहद चिंताजनक है। इस पर दिल्ली और राजस्थान सहित पड़ोसी राज्यों के प्रदूषण बढ़ता जा रहा है। यह गंभीर चिंता का विषय है। यह एक स्वास्थ आपातकाल है, जिसे केवल दिल्ली सरकार ही नहीं सुलझा सकती, इसके लिए केंद्र सरकार को प्रयास करने चाहिए। प्रदूषण के कारण बच्चों और बुजुर्गों को परेशानी हो रही है।