अलवर मूक-बधिर नाबालिग से दुष्कर्म मामले के आरोपितों को अबतक नहीं पकड़ सकी पुलिस
भाजपा ने सभी मण्डलों में किया प्रदर्शन। जयपुर में भाजपा नेताओं की आपसी फूट उजागर हो गई। प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कार्यकर्ताओं के साथ शहर के जवाहर नगर मे धरना दिया और फिर प्रदर्शन किया। इसमें पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी और पूर्वमंत्री अरूण चतुर्वेदी शामिल नहीं हुए।
जागरण संवाददाता, जयपुर : राजस्थान के अलवर में मूक-बधिर नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म मामले के आरोपित मंगलवार को आठवें दिन भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। जिला पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम का कहना है कि इस मामले से जुड़े कुछ सुराग मिले हैं। कई टीम जांच कर रही है । उन्होंने उम्मीद जताई कि शीघ्र ही पूरे मामले का खुलासा हो जाएगा,आरोपितों की गिरफ्तारी भी होगी। उधर इस मामले को लेकर सरकार के खिलाफ भाजपा ने मंगलवार को राज्य के सभी मण्डलों में प्रदर्शन किए। हालांकि जयपुर में प्रदर्शन के दौरान भाजपा नेताओं की आपसी फूट उजागर हो गई।
शहर के जवाहर नगर मे धरना दिया और फिर प्रदर्शन किया
प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कार्यकर्ताओं के साथ शहर के जवाहर नगर मे धरना दिया और फिर प्रदर्शन किया। इसमें पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी और पूर्वमंत्री अरूण चतुर्वेदी सहित अन्य नेता शामिल नहीं हुए । पूनिया खुद ही पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग करते हुए अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। परनामी ने कहा कि उन्हे धरने और प्रदर्शन की सूचना ही नहीं दी गई ।
गिरफ्तारी नहीं होना पुलिस की मंशा पर सवाल खड़े करती है
प्रदर्शन के बाद मीडिया से बात करते हुए पूनिया ने सीएम गहलोत को गृहमंत्री के तौर पर असफल बताया। उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा दिल्ली के निर्भया कांड से भी ज्यादा अलवर की घटना वीभत्स है। इस घटना से पूरा राज्य शर्मशार हुआ है। घटना के आठ दिन बाद तक आरोपित पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। उन्होंने कहा कि अब तक आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं होना पुलिस की मंशा पर सवाल खड़े करती है। पूनिया ने कहा कि सीबीआई जांच में सबकुछ साफ हो जाएगा। लेकिन इसमें भी शक है कि राजस्थान पुलिस और सरकार सीबीआई जांच में कोई मदद करेगी।