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Piyush Goyal In Alwar: पीयूष गोयल बोले, देश के हर रेलवे स्टेशन पर कुल्हड़ में ही मिलेगी चाय

Piyush Goyal In Alwar रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि जब 2014 में मोदी की सरकार आई तो रेलवे स्टेशन पर प्लास्टिक के कप में चाय मिलती थी। अब देश में लगभग 400 रेलवे स्टेशनों पर कुल्हड़ में ही चाय मिलती है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Sun, 29 Nov 2020 04:39 PM (IST)Updated: Sun, 29 Nov 2020 04:39 PM (IST)
Piyush Goyal In Alwar: पीयूष गोयल बोले, देश के हर रेलवे स्टेशन पर कुल्हड़ में ही मिलेगी चाय
पीयूष गोयल ने कहा, देश के हर रेलवे स्टेशन पर कुल्हड़ में ही मिलेगी चाय। फोटोः एएनआइ

जयपुर, एएनआइ/प्रेट्र। Piyush Goyal In Alwar: राजस्थान के अलवर में रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि जब 2014 में मोदी की सरकार आई तो रेलवे स्टेशन पर प्लास्टिक के कप में चाय मिलती थी। अब देश में लगभग 400 रेलवे स्टेशनों पर कुल्हड़ में ही चाय मिलती है। रविवार को यहां पीयूष गोयल ने कहा कि हमारी योजना है कि आगे चलकर देश के हर रेलवे स्टेशन पर कुल्हड़ में ही चाय मिलेगी। गोयल ने कहा कि देश के सभी रेलवे स्टेशनों पर प्लास्टिक के कपों के स्थान पर पर्यावरण के अनुकूल 'कुल्हड़' में बेची जाएगी। राजस्थान के अलवर जिले के डिगवारा रेलवे स्टेशन पर आयोजित एक कार्यक्रम में गोयल ने कहा कि यह पहल प्लास्टिक मुक्त भारत की दिशा में रेलवे का योगदान होगा। देश के लगभग 400 रेलवे स्टेशनों पर कुल्हड़ में चाय दी जाती है। भविष्य में यह हमारी योजना है कि देश के सभी रेलवे स्टेशनों पर केवल कुल्हड़ ’में चाय बेची जाएगी, इसमें भारत प्लास्टिक मुक्त होगा।

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गोयल ने कहा कि इस सभा को संबोधित करने से पहले वह एक 'कुल्हड़' में चाय पी रहे थे। चाय का स्वाद वास्तव में अलग था। उन्होंने कहा कि कुल्हड़ पर्यावरण को बचाता है और लाखों लोगों को इससे रोजगार मिलता है।

रेल मंत्री उत्तर-पश्चिम रेलवे के तहत नए विद्युतीकृत ढीगवारा-बांदीकुई खंड के उद्घाटन को चिह्नित करने के लिए एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि 2014 में नरेंद्र मोदी सरकार के सत्ता में आने से पहले राजस्थान में रेलवे क्षेत्र की अनदेखी की गई। दिल्ली-मुंबई मार्ग के विद्युतीकरण के बाद पिछले 30 वर्षों में विद्युतीकरण नहीं हुआ था। उन्होंने कहा कि राजस्थान में रेलवे और अवसंरचना विकास परियोजनाओं द्वारा निवेश 2014-2020 के बीच 2009-2014 के बीच कई गुना बढ़ गया है। गोयल ने कहा कि 2009-14 से 65 अंडरपास बनाए गए थे, जबकि 378 अंडरपास 2014- सितंबर 2020 से बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि 2014 तक पांच वर्षों में केवल चार ओवरब्रिजों का निर्माण किया गया था, जबकि 2014 से सितंबर 2020 तक 30 ऐसे पुलों का निर्माण किया गया है।

मंत्री ने कहा कि देश भर में रेलवे लाइनों के विद्युतीकरण से पर्यावरण की बचत होगी, क्योंकि देश में उत्पादित बिजली, ईंधन, धन और समय की बचत होगी। ट्रेनों की गति भी बढ़ाई जाएगी। इससे उन किसानों को भी मदद मिलेगी, जो कम समय में अपनी फसल को देश के किसी भी हिस्से (रेल माल परिवहन के माध्यम से) ले जा सकेंगे। गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री पर्यावरण के बारे में बहुत चिंतित हैं और इसलिए विद्युतीकरण पर जोर दिया जा रहा है। मंत्री ने नई विद्युतीकृत 34 किमी लंबी ढीगवारा-बांदीकुई रेल खंड पर पहली ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने कहा कि रेवाड़ी से अजमेर तक की पूरी लाइन को अब इस खंड के विद्युतीकरण से विद्युतीकृत कर दिया गया है। समारोह में दौसा के सांसद जसकौर मीणा, जीएम-एनडब्ल्यूआर आनंद प्रकाश और अन्य जन प्रतिनिधि और रेलवे अधिकारी उपस्थित थे


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