'पद्मावती' के विरोध में चित्तौड़गढ़ में सैकड़ों ने दी गिरफ्तारी
फिल्म 'पद्मावती' के विरोध में सर्व समाज की ओर से पाडनपोल पर धरना दिया जा रहा है।
नईदुनिया, जयपुर। 'पद्मावती' के विरोध में सर्व समाज की ओर से जारी आंदोलन के तहत रविवार को जेल भरो आंदोलन किया गया और सैकड़ों लोगों ने गिरफ्तारियां दी। इस बीच, पुरातत्व विभाग ने चित्तौड़गढ़ किले के बाहर लगे उस शिलालेख को ढक दिया है, जिस पर रानी पद्मिनी की कहानी लिखी हुई थी।
फिल्म 'पद्मावती' के विरोध में सर्व समाज की ओर से पाडनपोल पर 18 दिन से धरना दिया जा रहा है। रविवार को आयोजित जेल भरो आंदोलन में सैकड़ों की संख्या में लोग भाग लेने के लिए धरना स्थल पर पहुंचे और गिरफ्तारियां दी। आंदोलन में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हुई।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के फिल्म को रिलीज करने की मांग का भी सर्व समाज ने विरोध किया और उनका पुतला भी चित्तौड़गढ़ किले पर लटका दिया। यहां पहले से संजय लीला भंसाली, दीपिका पादुकोण और सलमान खान का पुतला लटका हुआ है। सर्व समाज की मांग है कि फिल्म पूरी तरह बैन की जानी चाहिए। लोगों ने कहा कि यदि सरकार ने शीघ्र कोई निर्णय नहीं लिया तो रेल रोको जैसे आंदोलन किए जाएंगे।
शिलालेख पर डाला पर्दा :
इस बीच पुरातत्व विभाग ने चित्तौड़गढ़ दुर्ग के बाहर लगे उस शिलालेख को ढक दिया है, जिस पर रानी पद्मिनी की कहानी लिखी हुई है। चित्तौड़गढ़ के पद्मिनी महल के बाहर एक शिलालेख पर वही कहानी लिखी गई है, जिसे लेकर विवाद हो रहा है। राजपूत समाज की ओर से मांग की गई थी कि इस शिलालेख को हटाया जाए। इसे लेकर पिछले दिनों प्रदर्शन भी किया गया था।
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