ओएनजीसी करेगी तेल और प्राकृतिक गैस की खोज, जैसलमेर में चल रही 87 कुओं की खुदाई
ओएनजीसी प्रदेश में पिछले 65 सालों से खोज कार्य में लगी हुई है। ओएनजीसी 5 माइनिंग लीज पर कार्य कर रही है। जैसलमेर क्षेत्र में 87 कुओं की खुदाई की है। उनमें से 32 कुओं में गैस है। वर्तमान में तकनीकी कारणों से उत्पादन कार्य बाधित है।
जयपुर, जागरण संवाददाता। ओएनजीसी राजस्थान में बीकानेर जिले के 2118.83 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में तेल और प्राकृतिक गैस की खोज करेगी। इसके लिए ओएनजीसी को पिछले दिनों ही 3 साल के लिए ब्लॉक आवंटित किया गया है। केन्द्र सरकार के पेट्रोलियम एवं गैस मंत्रालय की अनुशंषा पर यह लाइसेंस जारी किया गया है। ओएनजीसी इस क्षेत्र में क्रूड ऑयल एवं प्राकृतिक गैस की खोज पर फेज मेनर में करीब 74 करोड़ रु. का निवेश करेगी। इससे 150 से 200 लोगों को प्रत्यक्ष एवं 500 से 700 लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा। इसके साथ ही काम शुरू होने पर क्रूड आॅयल के उत्पादन पर 12.5 प्रतिशत व प्राकृतिक गैस के उत्पादन पर 10 प्रतिशत की दर से प्रदेश को राजस्व मिलेगा।
ओएनजीसी जैसलमेर बेसिन में पहले से ही तेल व प्राकृतिक गैस की खोज और खनन का काम कर रही है । प्रदेश के अतिरिक्त मुख्य सचिव माइन्स एवं पेट्रोलियम डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि वेदांता द्वारा इस क्षेत्र में 3 कुओं की खुदाई कर खोज व उत्पादन कार्य किया जायेगा। एक कुओं की एक हजार मीटर गहराई तक खुदाई की जा सकेगी। जियो फिजिकल 2 डी व 3 डी सर्वे में 2 डायमेंशन में 100 लाइन किलोमीटर व 3 डायमेंशन में 300 लाइन किलोमीटर में सर्वे किया जा सकेगा। इसके साथ ही ओएनजीसी के जैसलमेर क्षेत्र के कुओं में उत्पादन कार्य पुनः शुरु करने के निर्देश दिए हैं।
ओएनजीसी प्रदेश में पिछले 65 सालों से खोज कार्य में लगी हुई है। ओएनजीसी 5 माइनिंग लीज पर कार्य कर रही है। जैसलमेर क्षेत्र में 87 कुओं की खुदाई की है। उनमें से 32 कुओं में गैस है। वर्तमान में तकनीकी कारणों से उत्पादन कार्य बाधित है। करीब 45 किलोमीटर की गैस पाइपलाइन और गैस शुद्धीकरण संयत्र का कार्य चल रहा है, जिसे 2021 में पूरा कर लिया जाएगा। पुरानी फील्ड में गैस का पुनः उत्पादन और नए क्षेत्रों में गैस का उत्पादन 2022 तक शुरु हो जाएगा।