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Rajasthan: 700 करोड़ की अघोषित आय मिलने पर अब डीजीजीआइ करेगी जांच

Rajasthan पांच दिन तक चली आयकर विभाग की कार्रवाई में सिल्वर आर्ट ग्रुप के यहां 700 करोड़ से अधिक की अघोषित आय मिल चुकी है। जेवरात नकद पैसा मिलने के बाद ही ब्याज पर बाजार में रकम उधार देने जमीनों में निवेश करने के दस्तावेज मिले हैं।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Mon, 25 Jan 2021 07:55 PM (IST)Updated: Mon, 25 Jan 2021 07:55 PM (IST)
Rajasthan: 700 करोड़ की अघोषित आय मिलने पर अब डीजीजीआइ करेगी जांच
700 करोड़ की अघोषित आय मिलने पर अब डीजीजीआइ करेगी जांच। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, जयपुर। Rajasthan: जयपुर के सिल्वर आर्ट ग्रुप के यहां आयकर विभाग की छापेमारी में 700 करोड़ रुपये से अधिक की अघोषित आय मिलने, उसके एक ठिकाने में बनी गुप्त सुरंग में 100 साल पुराने एंटीक सामान मिलने के बाद इस ज्वैलर ग्रुप के यहां जांच एजेंसियों का घेरा बढ़ता जा रहा है। आयकर विभाग के बाद डायरेक्टर जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस (डीजीजीआइ) भी जांच करेगी। डीजीजीआइ ने जीएसटी चोरी की आशंका को देखते हुए जांच करने का निर्णय लिया है। वहीं, जयपुर पुलिस आयुक्त आनंद श्रीवास्तव सालों पुराने एंटीक सामान मिलने के बाद जांच की बात कही है। उन्होंने कहा कि एंटीक सामान विदेशियों को बेचने की बात भी सामने आई है। इस तरह का सामान विदेशियों को बेचना गलत है।

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पांच दिन तक चली आयकर विभाग की कार्रवाई में सिल्वर आर्ट ग्रुप के यहां 700 करोड़ से अधिक की अघोषित आय मिल चुकी है। जेवरात, नकद पैसा मिलने के बाद ही ब्याज पर बाजार में रकम उधार देने, जमीनों में निवेश करने के दस्तावेज मिले हैं। काफी महत्वपूर्ण एंटीक सामान मिला है। इस ग्रुप के यहां मिली सूरंग का लॉकर अभी खोला जाना बाकी है। लॉकर खोले जाने के बाद और अधिक नकदी व सामान मिल सकता है। जानकारी के अनुसार, आयकर विभाग की कार्रवाई खत्म होने के बाद डीजीआई जांच शुरू करेगी। जयपुर पुलिस भी अपने स्तर पर जांच करेगी। इस संबंध में आयकर विभाग की तरफ से जयपुर पुलिस आयुक्त को पत्र लिखा गया है।

उल्लेखनीय है कि आयकर विभाग की टीम ने 19 जनवरी को जयपुर के सिल्वर आर्ट ग्रुप के साथ ही चौरडिया समूह व गौकुल ग्रुप के यहां छापेमारी शुरू की थी। चौरडिया समूह व गौकुल ग्रुप पैसा ब्याज पर बाजार में उधार देने, जमीनों के खरीद-बेचान, कॉलोनी विकसित करने व फ्लैट बनाकर बेचने का काम करते हैं। इनके यहां जांच में क्रमश: 650 करोड़ व 122 करोड़ की अघोषित आय की बात सामने आई थी। तीनों समूह की तरफ से आयकर विभाग की कार्रवाई के संबंध में अब तक अधिकारिक बयान नहीं आया है। 


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