Rajasthan: अब गांव-कस्बे तक पहुंचेगी रक्तदान की सुविधा
blood donation. अब राजस्थान का चिकित्सा विभाग प्रदेश के छोटे-छोटे गांवों तक रक्तदान की सुविधा उपलब्ध कराएगी।
राज्य ब्यूरो, जयपुर। blood donation. रक्त ही जीवन है और स्वैच्छिक रक्दान की आदत को बढ़ावा देने के लिए अब राजस्थान का चिकित्सा विभाग प्रदेश के छोटे-छोटे गांवों तक रक्तदान की सुविधा उपलब्ध कराएगी। इसके लिए 14 मोबाइल वैन तैयार की गई हैं। राजस्थान के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने बुधवार को इन मोबाइल रक्त संग्रहण वाहनों को रवाना किया। ये वाहन प्रदेश के सातों संभागों के मुख्यालयों सहित 14 जिलों में स्वैच्छिक रक्तदाताओं से रक्त संग्रहण कर संबंधित जिलों के ब्लड बैंकों को सौपेंगे।
चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने बताया कि पांच करोड़ आठ लाख रुपये की लागत के ये वाहन राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों को आवंटित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि राजस्थान के संभागीय मुख्यालयों पर स्थित मेडिकल कॉलेजों के ब्लड बैंकों में प्रतिवर्ष पांच हजार यूनिट रक्त संग्रहित होता है। लेकिन जरूरत इससे काफी ज्यादा रहती है। सरकार ने हाल में 14 साल तक की लड़कियों को बिना रिप्लेसमेंट रक्त उपलब्ध कराने जैसी योजना भी शुरू की है। इस योजना के लिए भी अतिरिक्त रक्त की जरूरत है।
इसी को देखते हुए यह योजना शुरू की गई है। उन्होंने बताया कि ये वाहन एक माह में लगभग 26 दिन स्वैच्छिक रक्तदान शिविरों का आयोजन कर लगभग प्रतिमाह 2600 यूनिट रक्त संबंधित ब्लड बैंकों को रक्त संग्रहण करके देंगे। इससे जरूरतमंदों को बिना रिप्लेसमेंट के रक्त की आपूर्ति की जा सकेगी। चिकित्सा मंत्री ने कहा कि यह सेवा रक्तदान की मुहिम को एक नई दिशा देगी। कोई भी रक्तदाता विशेष आयोजन जैसे जन्मदिन, विवाह की वर्षगांठ, प्रियजनों की याद इत्यादि में स्वैच्छिक रक्तदान के लिए इन वाहनों को बुलवा सकेगा और उसे अपनी ओर से ज्यादा व्यवस्थाएं नहीं करनी पडेगी।
डॉ. शर्मा ने बताया कि वाहनों में दो डोनर काउच (ऑटोमेटेड), दो ब्लड कलेक्शन मॉनिटर एवं ट्यूब सीलर, 200 यूनिट रक्त क्षमता वाला रेफ्रिजरेटर, एक ऑक्सीजन सिलेंडर, एक डिजीटल थर्मामीटर और रक्तदाताओं को प्रोत्साहित करने के लिए एक एलईडी टीवी व पब्लिक एड्रेसिंग सिस्टम आदि उपलब्ध है। अभी जयपुर प्रथम व द्वितीय एवं अजमेर जिले को दो-दो तथा भीलवाड़ा, कोटा, झालावाड़, बीकानेर, जोधपुर, भरतपुर, पाली, चूरू, बाड़मेर व डूंगरपुर जिलों के मेडिकल कॉलेजों को एक-एक मोबाइल वैन उपलब्ध कराई गई है। भविष्य में इनकी संख्या और बढाई जाएगी।