Rajasthan: हिस्ट्रीशीटर जयपाल हत्याकांड में सरकारी उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी पर हत्या का केस
Rajasthan नमक कारोबारी व हिस्ट्रीशीटर जयपाल पूनिया की हत्या के मामले में उसकी पत्नी ने राज्य विधानसभा में सरकारी उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी और उनके छोटे भाई मोती सिंह सहित आठ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है।
जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान में नागौर जिले के नावां में नमक कारोबारी व हिस्ट्रीशीटर जयपाल पूनिया की हत्या के मामले में उसकी पत्नी ने राज्य विधानसभा में सरकारी उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी और उनके छोटे भाई मोती सिंह सहित आठ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है। आरोप है कि महेंद्र चौधरी के कहने पर मूलाराम सैनी व वीरेंद्र सैनी ने अन्य बदमाशों के साथ मिलकर जयपाल पूनिया की हत्या की है। इस बीच, मृतक जयपाल पूनिया की पत्नी सरिता ने पुलिस को बताया कि शनिवार को आए एक फोन से उसे हत्या की जानकारी मिली है। उसके मुताबिक, फोन करने वाले ने बताया कि जयपाल पूनिया की बोलेरो गाड़ी को रास्ते में रोक कर गोली मारी गई है।
हत्या के विरोध में धरना, महेंद्र चौधरी ने भाजपा पर साधा निशाना
उधर, जयपाल पूनिया की हत्या के विरोध में भाजपा और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के नेता नावां में धरने पर बैठ गए हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री सीआर चौधरी, पूर्व विधायक विजय सिंह और हरीश कुमावत सहित कई भाजपा नेताओं ने शहर में जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया। इसके बाद तहसील मुख्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सांसद हनुमान बेनीवाल भी धरने में पहुंचे। इस मौके पर हुनमान बेनीवाल ने मामले की सीबीआइ से जांच करवाने की मांग की है। इधर, जयपाल पूनिया के स्वजनों ने उसका शव नहीं लिया है। इस कारण जयपाल पूनिया का शव अस्पताल की मोर्चरी में रखा हुआ है। यह लोग आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। उधर, महेंद्र चौधरी ने कहा कि जिसकी हत्या हुई है वह हिस्ट्रीशीटर था। भाजपा मेरे काम से बौखलाई हुई है। जयपाल पूनिया की पत्नी सरिता चौधरी ने चौधरी, मोती सिंह , वीरेंदर सैनी, मूलचंद सैनी, मनोज चौधरी, छोटूराम गुर्जर, पुनाराम जाट और हनीफ के खिलाफ धारा भारतीय दंंड संहिता की धारा 147, 427, 302, 120बी, और आयुध अधिनियम की धारा तीन व 25 के तहत मामला दर्ज कराया है।