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खनन घोटाला मामला: आईएएस अशोक सिंघवी सहित आठ लोगों के खिलाफ गिरफ्तारी

पिछली वसुंधरा राजे सरकार के कार्यकाल में हुए चर्चित खनन घोटाले के आरोपितों के खिलाफ प्रर्वतन निदेशालय (ईडी) द्वारा दर्ज कराए गए मनी लॉड्रिंग के मामले में गिरफ्तारी वारंट जारी किए गए है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Thu, 24 Jan 2019 01:13 PM (IST)Updated: Thu, 24 Jan 2019 01:13 PM (IST)
खनन घोटाला मामला: आईएएस अशोक सिंघवी सहित आठ लोगों के खिलाफ गिरफ्तारी
खनन घोटाला मामला: आईएएस अशोक सिंघवी सहित आठ लोगों के खिलाफ गिरफ्तारी

जयपुर, जागरण संवाददाता। पिछली वसुंधरा राजे सरकार के कार्यकाल में हुए चर्चित खनन घोटाले के आरोपितों के खिलाफ प्रर्वतन निदेशालय (ईडी) द्वारा दर्ज कराए गए मनी लॉड्रिंग के मामले में गिरफ्तारी वारंट जारी किए गए है। ईडी की जांच के बाद विशेष कोर्ट ने मामले के आरोपित वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अशोक सिंघवी सहित आठ लोगों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिए है। उधर अशोक गहलोत सरकार ने सिंघवी के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी कर ली है। सरकार कोर्ट के आदेश का अध्ययन कर रही है।

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सिंघवी पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के काफी निकट माने जाते है। ईडी ने अशोक सिंघवी के अतिरिक्त संजय सेठी, डॉ अशोक सिंघवी, पंकज गहलोत, पुष्कर राज आमेटा, सीए श्याम सुंदर सिंघवी, मोहम्मद राशिद शेख, धीरेंद्र सिंह, मोहम्मद शेर खान की पत्नी तमन्ना के खिलाफ भी गिरफ्तारी वारंट जारी किए गए है। मामले में अगली सुनवाई 28 फरवरी को होगी। नवंबर,2014 से जनवरी ,2015 तक करीब 600 खानों का आवंटन नियमों के विपरित होने की बात सामने आई थी। इस मामले में राज्य भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने सितंबर,2015 में सिंघवी सहित अन्य लोगों को गिरफ्तार किया था। हालांकि बाद में वे जमानत पर रिहा हो गए थे।

चर्चित रहा हैं खनन घोटाला

चर्चित खनन घोटाले की परतें प्रर्वतन निदेशालय खोल रहा है। ईडी के पास भी मामले से जुड़े कई सबूत हैं. मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट से जुड़े मामलों की सुनवाई कर रही विशेष कोर्ट ने भी ईडी के सबूतों पर मुहर लगाई है। इस मामले में गिरफ्तारी वारंट जारी होने से अब आईएएस अशेाक सिंघवी की मुश्किलें भी बढ़ती नजर आ रही है। ईडी ने अशोक सिंघवी और विभाग के तत्कालीन अधिकारी पंकज गहलोत और संजय सेठी के नाम प्राथमिकी दर्ज की ओर उसके बाद सबूतों के साथ मामला कोर्ट में पहुंचा।

प्रिवेन्शन मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत मामले में भीलवाड़ा और जोधपुर के कारोबारियों पर अलग मामले में एफआईआर दर्ज है। ईडी ने अपनी जांच में पाया था कि दो करोड़ पचपन लाख रुपए संजय सेठी के जरिए बड़े स्तर पर खनन विभाग में पहुंचाए गए थे। मोहम्ममद राशिद शेख और सीए श्याम सुंदर सिघवी ने दो करोड़ पचपन लाख रुपए की रिश्वत दी थी। वहीं अलग से जुटाए गए ढाई करोड़ रुपए में एक करोड़ रुपए की राशि आईएएस अशोक सिंघवी को भी दी गई थी। इसमें से डेढ़ करोड़ रुपए की राशि पंकज गहलोत समेत अन्य अधिकारियों को दी गई थी। मामला अब विशेष कोर्ट में है, अगर अशेाक सिंघवी गिरफ्तार होते है तो मामले में कुछ और तथ्य सामने आ सकते है। इस मामले में कांग्रेस ने 45 हजार करोड़ का घोटाला होने का आरोप लगाया था।  


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