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Rajasthan: एमबीबीएस विद्यार्थी अब मित्तल हाॅस्पिटल से भी कर सकेंगे पीजी गायनेकोलाॅजी व पीडियाट्रिक्स

Rajasthan शनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन (एनबीई) ने मित्तल हाॅस्पिटल को डिप्लोमेट इन नेशनल बोर्ड (डीएनबी) की डिग्री के लिए मान्यता प्रदान कर दी है। मित्तल हास्पिटल को प्रारंभ में गायनेकोलाॅजी व पीडियाट्रिक्स में दो-दो सीटें आवंटित की गई हैं। इसमें दो सीटें प्राइमरी और दो सीटें सेेकेंडरी लेवल की हैं।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Wed, 30 Dec 2020 05:25 PM (IST)Updated: Wed, 30 Dec 2020 05:25 PM (IST)
Rajasthan: एमबीबीएस विद्यार्थी अब मित्तल हाॅस्पिटल से भी कर सकेंगे पीजी गायनेकोलाॅजी व पीडियाट्रिक्स
एमबीबीएस विद्यार्थी अब मित्तल हाॅस्पिटल से भी कर सकेंगे पीजी गायनेकोलाॅजी व पीडियाट्रिक्स। फाइल फोटो

अजमेर, संवाद सूत्र। Rajasthan: एमबीबीएस विद्यार्थी अब मित्तल हाॅस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर अजमेर से भी अपना पोस्ट ग्रेज्युएशन कर सकेंगे। नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन (एनबीई) ने मित्तल हाॅस्पिटल को डिप्लोमेट इन नेशनल बोर्ड (डीएनबी) की डिग्री के लिए मान्यता प्रदान कर दी है। मित्तल हास्पिटल को प्रारंभ में गायनेकोलाॅजी व पीडियाट्रिक्स में दो-दो सीटें आवंटित की गई हैं। इसमें दो सीटें प्राइमरी और दो सीटें सेेकेंडरी लेवल की हैं। निदेशक डाॅ दिलीप मित्तल ने बताया कि केंद्र सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय अंतर्गत नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन द्वारा प्रदान की जाने वाली इस पोस्ट ग्रेज्युएट डिग्री के लिए अखिल भारतीय स्तर की एकल प्रवेश प्रणाली (नीट) से गुजरना पड़ता है।

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मेरिट लिस्ट के आधार पर डीएनबी काउंसलिंग के द्वारा ऑल इंडिया लेवल पर सीट आवंटित की जाती है। उन्होंने बताया कि डीएनबी के प्राइमरी लेवल का कोर्स तीन साल का और सेकेंडरी का दो साल का होता है।

निदेशक मनोज मित्तल ने बताया कि स्थापना के पंद्रह साल पूर्ण कर चुके मित्तल हाॅस्पिटल का एकेडमिक क्षेत्र में यह एक और अग्रिम कदम है। मित्तल हाॅस्पिटल एनएबीएच मान्यता प्राप्त अजमेर संभाग का पहला निजी क्षेत्र का चिकित्सा संस्थान बन गया है, यहां से जुड़ कर पोस्टग्रेजुएट की जा सकती है। हाॅस्पिटल के चिकित्सकों द्वारा स्वास्थ्य के क्षेत्र में नई रिसर्च को भी प्रोत्साहन दिया जाता रहा है । चिकित्सकों के शोध पत्र व व्याख्यान समय-समय पर राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस में सराहे जाते रहे हैं।

गौरतलब है कि मित्तल हाॅस्पिटल से संबंद्ध मित्तल काॅलेज ऑफ नर्सिंग तो विगत 2008 यानी 12 साल से संचालित है। महाराणा प्रतापनगर, कोटड़ा स्थित अपने निजी कैंपस में संचालित नर्सिंग काॅलेज से हर साल 75 विद्यार्थी बीएससी नर्सिंग उत्तीर्ण कर सामाजिक दायित्व निर्वहन के लिए प्रस्थान कर रहे हैं। यहां से उत्तीर्ण विद्यार्थी देश के सभी एम्स सहित अनेक केंद्रीय चिकित्सा संस्थानों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। मित्तल काॅलेज ऑफ नर्सिंग को नर्सिंग परिषद, नई दिल्ली, राजस्थान सरकार, राजस्थान नर्सिंग कौंसिल व राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्विद्यालय, जयपुर से संबंद्धता व मान्यता प्राप्त है।


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