महेंद्रजीतसिंह मालवीया बोले मैं नहीं लडूंगा लोकसभा चुनाव, मंत्री पद बनता है उनका अधिकार
कांग्रेस के कद्दावर जनजाति नेता पूर्व मंत्री महेंद्रजीतसिंह मालवीया ने कहा- राज्य सरकार मंत्रिमंडल में शामिल करे या नहीं करे, वह लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे।
उदयपुर, सुभाष शर्मा। कांग्रेस के कद्दावर जनजाति नेता तथा पूर्व मंत्री महेंद्रजीतसिंह मालवीया से साफ कर दिया है चाहे उन्हें राज्य सरकार मंत्रिमंडल में शामिल करे या नहीं करे, वह लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे।
लगातार तीसरी बार बांसवाड़ा जिले के बागीदौरा ने चुनाव जीतकर आए कांग्रेस के जनजाति नेता महेंद्रजीतसिंह मालवीया ने कहा कि बांसवाड़ा और डूंगरपुर जिलों की संयुक्त लोकसभा सीट पर कांग्रेस परम्परागत रूप से दोनों जिलो में एक जिले के कार्यकर्ता को सांसद का चुनाव लड़ऩे का अवसर प्रदान करती आई है। पूर्व में बांसवाड़ा को इसका अवसर मिला था और आगामी लोकसभा चुनाव में डूंगरपुर के कार्यकर्ता को अवसर मिलेगा।
मालवीया ने कहा कि पद किसे अच्छा नहीं लगता। मेरा तो अधिकार बनता है विपरित परिस्थितियों में पहले भी चुनाव जीता और अब भी जीता। जिला परिषद बनाई। किन्तु मंत्री पद क्यों नहीं मिला, इस पर वह कुछ नहीं कह सकते। यह आलाकमान का फैसला है और मुझे स्वीकार्य है। हां, इससे वागड़ के लोगों में मायूसी अवश्य है।
अभी भी विश्वास है रखेंगे मान
मालवीया ने यह भी संकेत दिए कि उन्हें अभी भी विश्वास है कि आलाकमान और मुख्यमंत्री उनका तथा उनके कार्यकर्ताओं का मान रखेंगे। अभी मंत्रिमंडल में पांच सदस्यों को शामिल किया जाना बाकी है। गौरतलब है कि मालवीया मंगलवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भी मिले थे। हालांकि उन्होंने मुख्यमंत्री से हुई बातचीत का ब्यौरा नहीं बताया।
सोशल मीडिया पर जारी है कैम्पेन
बागीदौरा विधायक महेंद्रजीतसिंह मालवीया को गहलोत सरकार में शामिल नहीं किए जाने पर अब यूथ कांग्रेस की ओर से कैपेनिंग शुरू कर दी गई है। यूथ कांग्रेस और मेवाड़-वागड़ के कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने न केवल मालवीया बल्कि संभाग के कांग्रेसी नेता डॉ. सीपी जोशी और डॉ. दयाराम परमार को भी मंत्रिमंडल परमार को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने की मांग रखी है। सोशल मीडिया पर जारी कैम्पेन में लिखा गया है कि मेवाड़-वागड़ के इन दिग्गज नेताओं को मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी गई है, इससे संभाग में कांग्रेस के प्रति आमजन आक्रोशित है।