उदयपुर में विक्षिप्त महिला तेंदुआ ने किया शिकार, गुफा में ले गया, खा गया आधा शरीर
जंगल में बकरियां चरा रहे ग्रामीणों ने पहाड़ी पर खून के निशान देखे। उसका पीछा करते हुए ग्रामीण एक गुफा तक पहुंचे तो उन्हें एक तेंदुआ दिखा जो महिला को खा रहा था। तेंदुआ महिला की दोनों टांगें और निचले हिस्से को खा चुका था।
उदयपुर, संवाद सूत्र। जिले के जावरमाइंस क्षेत्र में सिंघटवाड़ा गांव के समीप जंगल से तेंदुआ ने एक विक्षिप्त महिला का शिकार कर लिया। वह महिला को उठाकर गुफा में ले गया। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने फायर कर तेंदुआ को भगाया, किन्तु तब तक वह महिला के आधे शरीर को खा चुका था।
मिली जानकारी के अनुसार, घटना बुधवार शाम की है। सिंघटवाड़ा के समीप जंगल में बकरियां चरा रहे ग्रामीणों ने पहाड़ी पर खून के निशान देखे। उसका पीछा करते हुए ग्रामीण एक गुफा तक पहुंचे तो उन्हें एक तेंदुआ दिखा, जो महिला को खा रहा था। वह उल्टे पांव दौड़े तथा पुलिस को सूचित किया। ग्रामीणों को साथ लेकर पुलिस गुफा तक पहुंची। पुलिस ने फायर कर तेंदुआ को भगाया और गुफा से महिला का शव निकाला। इस बीच तेंदुआ महिला की दोनों टांगें और निचले हिस्से को खा चुका था। ग्रामीणों की मदद से पुलिस क्षत-विक्षत शव को कपड़े से बांधकर जावरमाइंस लाई और उसका शव मोर्चरी में रखवाया।
एक साल में तीसरा शिकार
उदयपुर के ग्रामीण इलाकों में तेंदुआ के आतंक से ग्रामीण परेशान हैं। दो महीने पूर्व गोगुंदा क्षेत्र में एक बालिका का शिकार तेंदुआ ने कर लिया था। इससे पहले जावरमाइंस क्षेत्र में भी एक बालिका तथा उदयपुर के ग्रामीण क्षेत्र की एक महिला तेंदुआ की शिकार बन चुकी। बुधवार को हुई घटना चौथी थी। सिंघटवाड़ा के लोगों ने बताया कि वन विभाग के अधिकारियों को आबादी क्षेत्र में घूम रहे तेंदुआ के बारे में जानकारी दी, लेकिन पुख्ता बंदोबस्त नहीं किए। पूर्व में भी जब एक बालिका का शिकार तेंदुआ ने कर लिया, तब ग्रामीणों ने दिन ढलने के बाद निकलना बंद कर दिया। वन्यजीव अधिकारी विजेंद्र सिंह ने बताया कि घटना की जानकारी देरी से मिली। उच्च अधिकारियों के निर्देश पर गुरुवार को रेस्क्यू टीम लगाई जाएगी और सिंघटवाड़ा क्षेत्र में पिंजरा लगाया जाएगा।
तेंदुआ के नरभक्षी होने की संभावना
सराड़ा के क्षेत्रीय वन अधिकारी विजेंद्रसिंह का कहना है कि तेंदुआ के नरभक्षी होने की संभावना है। पूर्व में भी एक तेंदुआ नरभक्षी हो गया था, तब जयपुर की टीम ने आकर उसका शिकार किया था। उदयपुर जिले में वन विभाग के पास इकलौता शूटर सतनाम सिंह है, जो सेवानिवृत्ति के बाद भी सेवा दे रहे हैं।