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Rajasthan: लीला मदेरणा बनीं जोधपुर जिला कांग्रेस प्रमुख

Rajasthan लीला मदेरणा ने भाजपा की चंपा देवी को हराकर जिला प्रमुख का पद हासिल किया। कांग्रेस को 21 और चंपा देवी को 16 मत हासिल हुए। इससे पहले लीला मदेरणा के पति महिपाल मदेरणा भी 17 वर्षों तक जोधपुर जिला प्रमुख के पद पर काबिज रह चुके हैं।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Mon, 06 Sep 2021 06:38 PM (IST)Updated: Mon, 06 Sep 2021 06:38 PM (IST)
Rajasthan: लीला मदेरणा बनीं जोधपुर जिला कांग्रेस प्रमुख
लीला मदेरणा बनीं जोधपुर जिला कांग्रेस प्रमुख। फाइल फोटो

जोधपुर, संवाद सूत्र। राजस्थान में जोधपुर की जिला प्रमुख कांग्रेस की लीला मदेरणा निर्वाचित हुई हैं। लीला मदेरणा ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की चंपा देवी को हराकर जिला प्रमुख का पद हासिल किया। कांग्रेस को 21 वोट मिले, जबकि चंपा देवी को 16 मत हासिल हुए। इन चुनावों में जिला परिषद सदस्य के रूप में कांग्रेस के 21 सदस्य ही जीते थे। यह सभी वोट कांग्रेस की लीला मदेरणा को मिले, जिससे पांच वोट से कांग्रेस की लीला मदेरणा ने विजय हासिल कर जोधपुर जिला प्रमुख पद अपने नाम किया। इससे पहले लीला मदेरणा के पति पूर्व जल संसाधन मंत्री और भंवरी देवी मामले के आरोपित रहे महिपाल मदेरणा भी 17 वर्षों तक जोधपुर जिला प्रमुख के पद पर काबिज रह चुके हैं।

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अटकलों पर विराम

जोधपुर जिला प्रमुख पद पर लीला मदेरणा के काबिज होने के साथ ही सभी अटकलों पर विराम लग गया। हालांकि चुनावों से पहले नाम वापसी का समय पूरा होने तक कांग्रेस की ओर से भरे गए मुन्नी देवी और एक अन्य प्रत्याशी नेहा चौधरी के नाम वापस नहीं लेने पर एक बारगी संशय की स्थिति बनी थी, लेकिन सभी अटकलों पर विराम लगाते हुए कांग्रेस के सभी जिला परिषद के सदस्यों ने एकमत होकर लीला मदेरणा के पक्ष में मतदान कर एकजुटता का परिचय दिया। 21 के 21 वोट मदेरणा के पक्ष में कर उन्हें विजय प्रदान की। इस तरह भारतीय जनता पार्टी के वोटों की सेंधमारी और कोर्स मीटिंग की उम्मीदों पर पानी फिर गया। जोधपुर के जिला कलेक्टर और निर्वाचन अधिकारी इंद्रजीत सिंह ने चुनाव के बाद लीला देवी मदेरणा को जिला प्रमुख पद की शपथ दिलाई। इस मौके पर लीला मदेरणा की पुत्री और ओसिया से वर्तमान विधायक दिव्या मदेरणा भी अपनी मां के साथ नजर आई।

नारेबाजी

लीला मदेरणा के जिला परिषद चुनाव में जिला प्रमुख पद पर काबिज होने के बाद अशोक गहलोत के समर्थन में जबरदस्त नारेबाजी हुई। समर्थकों ने परसराम मदेरणा और अशोक गहलोत के नाम के जयकारे लगाए। हालांकि लीला मदेरणा ओसिया पंचायत समिति क्षेत्र से चुनाव जीती हैं। जहां भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस को बराबर सीटें मिली हैं, वही ओसिया से एक सीट आरएलपी के खाते में गई है, जिसने भारतीय जनता पार्टी को समर्थन देकर ओसिया से भाजपा का प्रधान बनाया है।

कांग्रेस में अंत तक दिखा असमंजस

कांग्रेस ने जिला प्रमुख के लिए तीन लोगों ने दावेदारी की थी, जिसमें लीला मदेरणा के अलावा पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़ की पुत्री मुन्नी देवी गोदारा और एक अन्य प्रत्याशी नेहा चौधरी ने दावेदारी जताई थी, लेकिन नाम वापसी के अंतिम समय तक तीनों में से किसी प्रत्याशी ने नाम वापस नहीं लिया था, जिसको लेकर एक बार सभी की धड़कन तेज हो गई थी। मुन्नी देवी और नेहा चौधरी ने ट्रैफिक में फंसे होने के कारण सही समय पर नाम वापसी नहीं होने की बात कही और लीला मदेरणा के प्रति अपना विश्वास जताते हुए मतदान में हिस्सा लिया। इसके बाद कांग्रेस के सभी किस जिला परिषद सदस्यों ने लीला मदेरणा के पक्ष में मतदान किया।

17 साल तक पति रहे प्रमुख

लीला मदेरणा के पति महिपाल मदेरणा 17 वर्षों तक जोधपुर के जिला प्रमुख रह चुके हैं। अब उनकी पत्नी आगामी पांच वर्षों तक जिला प्रमुख का दायित्व निभाएंगे। लीला मदेरणा कद्दावर कांग्रेसी नेता रह चुके परसराम मदेरणा की पुत्रवधू हैं। पूर्व की गहलोत सरकार मैं जल संसाधन मंत्री रहे महिपाल मदेरणा की पत्नी है। वर्तमान में लीला मदेरणा की पुत्री दिव्या मदेरणा ओसियां क्षेत्र से विधायक हैं। अब लीला मदेरणा स्वयं जिला प्रमुख हैं। भंवरी मामले में नौ वर्षों तक जेल में रहने के बाद हाल ही में महिपाल मदेरणा को अदालत से जमानत भी मिली है। हालांकि इससे पहले वे स्वास्थ्य कारणों के चलते उपचार के लिए जमानत पर चल रहे थे।


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