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Rajasthan: जानिए, क्यों खंगाला जा रहा है महाराणा प्रताप सागर बांध

परमाणु बिजलीघर के लापता कर्मचारी की तलाश में खंगाला जा रहा है महाराणा प्रताप सागर बांध अभी तक सुराग नहीं चित्तौड़गढ़ जिले के रावतभाटा स्थित महाराणा प्रतापसागर बांध में परमाणु बिजलीघर के कर्मचारी के शव को तलाशने के लिए रेस्क्यू करती एसडीआरएफ की टीम और लापता कर्मचारी।

By Priti JhaEdited By: Published: Wed, 16 Jun 2021 08:49 AM (IST)Updated: Wed, 16 Jun 2021 08:49 AM (IST)
Rajasthan: जानिए, क्यों खंगाला जा रहा है महाराणा प्रताप सागर बांध
महाराणा प्रतापसागर बांध में परमाणु बिजलीघर के कर्मचारी के शव को तलाशने के लिए रेस्क्यू करती एसडीआरएफ की टीम ।

उदयपुर, संवाद सूत्र। चित्तौड़गढ़ जिले में रावतभाटा स्थित राजस्थान परमाणु बिजलीघर के कर्मचारी दिनेश कुमार की तलाश के लिए महाराणा प्रताप सागर बांध दो दिन से खंगाला जा रहा है लेकिन अभी तक उसका पता नहीं चला। सिविल डिफेंस तथा एसडीआरएफ की टीमें दिनेश को राणा प्रताप सागर बांध की गहराइयों में ढूंढने के अथक प्रयास में जुटी हैं। रविवार रात उसकी बाइक बांध पर क्रेन के पास खड़ी मिली थी और वह लापता है। उसके बांध में डूबने की आशंका से उसकी तलाश जारी है।

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मिली जानकारी के अनुसार रविवार को दिनेश अपने परिजनों को बताए बिना घर से निकल गया था। देर रात तक वह घर नहीं लौटा तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की तो उसकी बाइक बांध की क्रेन के पास खड़ी मिली लेकिन वह गायब था। उसका मोबाइल भी बंद होने से परिजनों ने आशंका जताई कि उसके साथ जरूर कोई अनहोनी हुई है। परिजनों का कहना था कि वह घर से नाराज होकन निकला था। इसके बाद पुलिस बल, सिविल डिफेंस और एसडीआरएफ की टीमें उसे बांध में खंगालने के लिए जुट गई।

बताया गया कि सुरेश विवाहित है और उसके दो बच्चे हैं। उसके लापता होने से परिजनों का हाल बेहाल है। पुलिस उप अधीक्षक झाबरमल का कहना है कि दो दिन से रेस्क्यू आॅपरेशन जारी है। राणा प्रताप सागर बांध की गहराई लगभग 177 फीट है, वहीं चंबल नदी पर बने इस बांध में एक हजार से अधिक मगरमच्छ रहते हैं। कोटा से आई सिविल डिफेंस और एसडीआरएफ की टीम बड़ी सावधानी से लापता दिनेश का पता गहरे पानी में लगा रही हैं। एसडीआरएफ की टीम इस तरह के रेस्क्यू ऑपरेशन करने में सक्षम होती है, परंतु 177 फीट गहरा पानी और मगरमच्छों की अथाह तादाद के बीच यह रेस्क्यू ऑपरेशन कठिन बन चुका है।


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