ख्वाजा गरीब नवाज का 807 वां उर्स का झंडा चढ़ेगा 3 मार्च को
ख्वाजा गरीब नवाज रह. के 807वें उर्स का झंड़ा 3 मार्च को चढ़ेगा। इसके साथ ही उर्स की अनोपचारिक शुरुआत हो जाएगी।
अजमेर, जेएनएन। ख्वाजा गरीब नवाज रह. के 807वें उर्स का झंड़ा 3 मार्च को चढ़ेगा। इसके साथ ही उर्स की अनोपचारिक शुरुआत हो जाएगी। दरगाह कमेटी, दरगाह ख्वाजा साहब, अजमेर की सब कमेटी ने बैठक कर दरगाह शरीफ में उर्स व्यवस्थाओं, रसूमात और कायड़ विश्रामस्थली के साथ शहर में जिला प्रशासन के द्वारा किये जाने वाले विभिन्न कार्यों पर चर्चा की । वाईस चेयरमैन बाबर अशरफ के कहा की मौजूदा दरगाह कमेटी का प्रयास रहेगा की वह हर साल के मुकाबले इस साल जायरीन की सहुलियत मेें इजाफा करेंगे, जिसके लिए दरगाह कमेटी की ओर से इस बार कुछ नए तर्जुबात अमल में लाए जा रहे हैं।
गरीब नवाज़ अतिथि गृह में नायब सदर बाबर अशरफ की सदारत में शुरू हुई बैठक में सबसे पहले नाज़िम शकील अहमद ने बताया की जमादी-उल-आखिर का चांद नजर आ चुका है अब ख्वाजा साहब के 807वें उर्स का आगाज़ 03 मार्च को बुलंद दरवाज़े पर परचम कुशाई के साथ होगा। इसके बाद 7 या 8 मार्च को, ईस्लामी रजब माह का चांद नजर आने के मुताबिक उर्स सबंधित कार्यक्रमों का आग़ाज होगा। यदि 07 मार्च को चांद नजर आ जाता है तो छठी का कुल 13 मार्च होगा नहीं तो 14 मार्च को छठी का कुल होगा। इसके साथ ही जमादी-उल-आखिर की 29 तारिख यानि 07 मार्च से ही जन्नती दरवाज़ा खोला जाएगा। जो छठी के दिन दोपहर को 01 बजे बंद होगा।
पहले सालों की तरह जहां इस बार भी दुकानों का आवंटन, पार्किंग का काम दरगाह कमेटी की ओर से किया जाएगा वही इस साल अजमेर विकास प्राधिकरण के सहयोग से सफाई का कार्य भी दरगाह कमेटी की ओर से किया जाएगा। इसके साथ ही अहमद ने बताया की 20 फरवरी तक दरगाह शरीफ में उर्स को लेकर कि जाने वाली निज़ामी तैयारियों को पूरा कर लिया जाएगा वही 03 मार्च तक गरीब नवाज़ मेहमान खाने, कायड़ विश्रामस्थली की तैयारीयों को पूरा किया जाएगा।
बाबर अशरफ ने कहा की जायरीन की सहुलत दरगाह कमेटी का पहला मकसद है सहुलत और सफाई के लिए जो कदम उठाने होंगे उसके लिए दरगाह कमेटी तैयार है। बैठक में सदस्य मुनव्वर खान, सपात खान, फारूक़े आज़म शामिल रहे। बैठक के बाद सभी नें दरगाह शरीफ और गरीब नवाज मेहमान खाने, कायड़ विश्रामस्थली का दौरा किया, दौरे के दौरान नाज़िम अहमद ने सभी को उर्स की तैयारीयों और सूरते हाल से वाकिफ करवाया।
इस साल की नई व्यवस्थाएं- दरगाह कमेटी के 1200 वाॅलेटियर देंगे दरगाह के साथ विश्रामस्थली अपनी खिदमात। विश्रामस्थली पर 4, 5 और 6 रजब को मगरीब और इंशा की नमाज़ के बाद होंगे नात, बयान, तकरीर और कव्वाली के प्रोग्राम। देश दुनिया के मशाईख और औलमा करेंगे शिरकत। जायरीन की सहुलत के लिए जगह जगह पर तैनात रहेंगे हैण्ड माइक के साथ वाॅलेटियर। विभिन्न स्थानों पर बनाए जाएगें अमानती सामान घर। दरगाह कमेटी की ओर से होगा विश्रामस्थली पर लंगर का इन्तेज़ाम, बैठाकर खाने की होगी व्यवस्था।