Move to Jagran APP

Rajasthan: खाप पंचायत ने दुष्कर्म पीड़िता पर लगाया पांच लाख का जुर्माना, हुक्का-पानी बंद

Khap panchayat. आरोपित के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने व समझौता नहीं करने से नाराज खाप पंचायत ने पीड़िता व उसके परिवार को समाज से बहिष्कृत कर दिया।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Sat, 13 Jun 2020 05:13 PM (IST)Updated: Sat, 13 Jun 2020 06:23 PM (IST)
Rajasthan: खाप पंचायत ने दुष्कर्म पीड़िता पर लगाया पांच लाख का जुर्माना, हुक्का-पानी बंद
Rajasthan: खाप पंचायत ने दुष्कर्म पीड़िता पर लगाया पांच लाख का जुर्माना, हुक्का-पानी बंद

जागरण संवाददाता, जयपुर। Khap panchayat. राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रों में प्रशासनिक सख्ती के बावजूद भी खाप पंचायतों के फरमान जारी हो रहे हैं। प्रदेश के सीमावर्ती जिले बाड़मेर में ऐसा ही एक मामला सामने आया है। यहां दुष्कर्म पीड़िता द्वारा आरोपित के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराने और समझौता नहीं करने से नाराज कथित खाप पंचायत ने पीड़िता व उसके परिवार को समाज से बहिष्कृत कर दिया।

loksabha election banner

खाप पंचायत ने पीड़िता के परिवार का हुक्का-पानी बंद करने के साथ ही उन पर 5 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। पीड़िता के परिवार ने खाप पंचायत के पंचों के सामने अपना फरमान वापस लेने की गुहार की, लेकिन जब वे नहीं माने तो पुलिस अधीक्षक से मिलकर न्याय मांगा है। इस पर पुलिस अधीक्षक ने पंचों के खिलाफ मामला दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। पीड़िता के साथ दुष्कर्म मामला करीब 5 माह पुराना है, लेकिन खाप पंचायत ने उसे फरमान अब सुनाया है।

यह है पूरा मामला

बाड़मेर जिले अखणिया गांव में 22 जनवरी को पीड़िता घर में अकेली थी। इसी दौरान गांव का ही देवाराम जाट उसके घर में आ गया और डरा-धमका कर उसके साथ दुष्कर्म किया। दुष्कर्म के बाद उसने धमकी दी कि अगर किसी को बताया कि वह उसे जान से मार देगा। पीड़िता ने बताया कि आरोपित की धमकी के आगे उसने हिम्मत नहीं हारी और गुड़ामालानी पुलिस थाने में रिपोर्ट देकर आरोपति के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया। इस पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार भी कर लिया। आरोपित की करीब 5 माह बाद जमानत हो गई। पीड़ि‍ता का कहना है कि वह 8 जून को घर जा रही थी, उसी दौरान आरोपित देवाराम जाट ने रास्ते में रोक कर उसके साथ मारपीट की और मामले में राजीनामा करने का दबाव बनाया।

पीड़िता के परिवार ने राजीनामे से इन्कार किया तो आरोपित ने जातीय पंचों का सहारा लेकर पीड़ित परिवार को समाज से बहिष्कृत करा दिया। जातीय पंचों ने पीड़ित परिवार का हुक्का-पानी बंदकर 5 लाख रुपये के आर्थिक दंड का फरमान सुना दिया। पीड़ित परिवार पर जातीय पंचों द्वारा लगातार राजीनामे का दबाव बनाया जा रहा है। पीड़िता ने जातीय पंच सरपंच पति हड़मानराम विश्नोई, देवाराम, मेहराराम जाट व श्रीराम सहित एक दर्जन पंचों के खिलाफ जिला पुलिस अधीक्षक से शिकायत की। पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा ने बताया कि पीड़िता ने रिपोर्ट दी है। गुड़ामालानी पुलिस थाने में मामला दर्ज करने के आदेश दे दिए हैं। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.