25 चर्चित नाटकों के साथ जयरंगम 22 से, पीयूष, मकरंद व यशपाल शर्मा जैसे कलाकार उतरेंगे रंगमंच पर
जयपुर में हर वर्ष होने वाला थिएटर उत्सव जयरंगम इस बार 22 से 29 नवम्बर तक आयोजित होगा।
जयपुर, मनीष गोधा। जयपुर में हर वर्ष होने वाला थिएटर उत्सव जयरंगम इस बार 22 से 29 नवम्बर तक आयोजित होगा। जयरंगम के इस आठवें संस्करण में इस बार तुगलक, अंधायुग, गगम दमामा बाज्यो, आयटम जैसे 25 चर्चित नाटक होंगे। इस बार का जयरंगम गुरू नानक देव, महात्मा गांधी और गिरीश कर्नाड को समर्पित होगा।
जयरंगम का आयोजन पिछले सात वर्ष से जयपुर में हो रहा है। हर बार कई चर्चित नाटक यहां देखने को मिलते है। इस बार यह आयोजन आठ दिन चलेगा और हर रोज तीन नाटकोें का मंचन जयपुर के जवाहर कला केन्द्र, बिडला सभागार और होटल क्लाक्र्स आमेर में किया जाएगा।
जयरंगम के प्रवक्ता दीपक गेरा ने बताया कि जयरंगम के मुख्य आयोजक 3 एम डाॅट का उददेश्य है कि आधुनिक तकनीक को कला व संस्कृति से जोड कर रचनात्मकता का आधुनिकीकरण किया जाए। इसी दृष्टि से नाटकों का चयन भी किया जाता है। इस बार राजस्थन कला व संस्कृति विभाग, केन्द्रीय संगीत नाटक अकादमी, पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र उदयपुर आदित्य बिडला ग्रुप सहित कुछ अन्य संस्थाएं भी हमारे साथ जुडी है।
इस बार का जयरंगम गुरूनानक देव, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और प्रसिद्ध रंगकर्मी गिरीश कर्नाड को समर्पित है। गिरीश कर्नाड के प्रसिद्ध नाटक तुगलक से ही जयरंगम की शुरूआत होगी। जिसे प्रसिद्ध अभिनेता यशपाल शर्मा प्रस्तुत करेंगे। इसके अलावा गुरूनानक देव के जीवन पर आधारित नाटक सतनाम वाहेगुरू और महात्मा गांधी के सिद्धांतों पर आधारित नाटक दास्ताने गांधी का मंचन भी होगा। इनके अलावा इस बार पीयूष मिश्रा अपने नाटक गगन दमामा बाज्यो के साथ एक बार फिर मंच पर उतरेंगे। यह नाटक भगत सिंह के जीवन पर आधारित है।
वहीं मकरंद देशपाण्डे, आकर्ष खुराना, अरूण गोविल, कुमुद मिश्रा जैसे बडे कलाकार और सुनील शानबाग, अतुल सत्या कौशिक, जाॅय मैसनम, अजहर आलम, केहर सिंह, आकर्ष खुराना जैसे निर्देशक अपने नाटक ले कर आ रहे है। इस बार के प्रमुख नाटकों में तुगलक, अंधायुग, आयटम, अगरबत्ती, मिस ब्यूटीफुल, गगन दमामा बाज्यो, द काइट रनम आदि शामिल है।
गेरा ने बताया कि इस बार नाटकों के साथ सात दिन का आर्ट कार्निवाल भी होगा। इसमें प्रसिद्ध चित्रकार और स्कल्पचर आर्टिस्ट युवा कलाकारों के साथ संवाद करेंगे। इस बार नई दिल्ली, मुम्बई, पूना, मणिपुर, जबलपुर, कुल्लू, कोलकाता, पटना, हिसार, भोपाल शहरों के नाटक ग्रुप अपने नाटक लेकर आ रहे है और आठ दिन में करीब साढे तीन सौ कलाकार रंगमंच पर अपनी कला दिखाएंगे।