सर्विस क्वालिटी के मामले में 13वें नंबर पर रहा जयपुर हवाई अड्डा, देश के 22 हवाई अड्डों का हुआ सर्वे
एयरपोर्ट अथॉरिटी की ओर से देश के 22 हवाई अड्डों को लेकर किए गए सर्वेक्षण में सर्विस क्वालिटी के मामले में 13वें नंबर पर रहा जयपुर हवाई अड्डा
जयपुर, जागरण संवाददाता। सर्विस क्वालिटी के मामले में जयपुर का अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा देश में 13वें स्थान पर पहुंच गया है। कुछ समय पहले तक सर्विस क्वालिटी के मामले में देश में अग्रणी रहा जयपुर का अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा एयरपोर्ट अथॉरिटी द्वारा किए गए सर्वे में काफी नीचे चला गया। दरअसल, प्रतिवर्ष देश के सभी हवाई अड्डों के पांच-छह सर्वेक्षण होते हैं। ये सर्वेक्षण अलग-अलग विषयों से जुड़े होते हैं। इस बार कराया गया सर्वेक्षण एयरपोर्ट की क्वालिटी को लेकर था। एयरपोर्ट अथॉरिटी की ओर से देश के 22 हवाई अड्डों को लेकर किए गए सर्वेक्षण में वाराणसी एयरपोर्ट 4.97 अंक लेकर सबसे आगे रहा। वहीं लखनऊ 4.92 अंक के साथ दूसरे नंबर पर रहा। अमृतसर हवाई अड्डे 4.88 अंक लेकर जयपुर से आगे रहा। जयपुर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को 4.72 अंक मिले और 13 वें स्थान पर रहा।
हवाई यात्रा करने वालों को बॉडी का टेंपरेचर ठीक रखना होगा
अब हवाई यात्रा के लिए केवल टिकट की ही जरूरत नहीं होगी। कोरोना महामारी के कारण हवाई यात्रा के नियम काफी हद तक बदल गए हैं। यात्रा करने वालों को अब अपने शरीर का तापमान ठीक रखना होगा, नहीं तो फ्लाइट में बैठने की अनुमति नहीं मिलेगी। प्रदेश में घरेलू उड़ानों का सिलिसला 27 मई से शुरू हो चुका है। हालांकि उड़ानों की संख्या काफी कम है। यात्रीभार नहीं मिलने के कारण फ्लाइट्स लगातार रद्द हो रही है। नये नियमों के अनुसार कोरोना के कारण यात्रियों के साथ एयरपोर्ट स्टाफ तक को कड़े नियमों का पालन करना होगा। पहले यात्रियों के लिए एयरटिकट ही जरूरी होता था। लेकिन अब टिकट होना इस बात की गारंटी नहीं है कि यात्रा करने का मौका मिले। अब फ्लाइट उड़ने से पहले यात्रीको 3 घंटे तक एयरपोर्ट पर बैठना होगा। इस मौके पर यात्री की बॉडी का टेंपरेचर जांचा जाता है। यात्रा करने वालों को सबसे अधिक परेशानी बॉडी टेंपरेचर के समय ही आ रही है,क्योंकि इस तपती गर्मी में यात्रा अगर बाइक या ऑटो से एयरपोर्ट पहुंचा है तो सामान्य है कि टेस्ट में उसका टेंपरेचर ज्यादा आएगा। एयरपोर्ट कर्मचारी यात्री को थोड़ी देर बैठने की सलाह देते हैं और साथ पानी पीने के लिए कहते हैं। इसके बाद दुबारा टेंपरेचर जांचते हैं यदि फिर भी नॉर्मल नहीं होता है तो उसकी यात्रा रद्द कर दी जाती है। ऐसे में लोगों को परेशानी हो रहा है। लोगों का कहना है कि गर्मी के कारण टेंपरेचर बढ़ा हुआ होने के बावजूद अधिकारी उनकी नहीं सुनते हैं।