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India lockdown राजस्थान में मेडिकल स्टाफ से जबरदस्ती मकान खाली कराने पर होगी जेल, बाहर निकले तो कार्रवाई तय

पीड़ितों का इलाज करने वाले डॉक्टर्स नर्सिंग स्टाफ और पैरामेडिकल स्टाफ के खिलाफ बदसलूकी और जबरन किराए का मकान खाली करवाने वाले मकान मालिकों के खिलाफ कार्रवाई होगी।

By Vijay KumarEdited By: Published: Wed, 25 Mar 2020 08:55 PM (IST)Updated: Wed, 25 Mar 2020 08:55 PM (IST)
India lockdown राजस्थान में मेडिकल स्टाफ से जबरदस्ती मकान खाली कराने पर होगी जेल, बाहर निकले तो कार्रवाई तय
India lockdown राजस्थान में मेडिकल स्टाफ से जबरदस्ती मकान खाली कराने पर होगी जेल, बाहर निकले तो कार्रवाई तय

जागरण संवाददाता,जयपुर। राजस्थान में कोरोना वायरस पीड़ितों का इलाज करने वाले डॉक्टर्स, नर्सिंग स्टाफ और पैरामेडिकल स्टाफ के खिलाफ बदसलूकी और जबरन किराए का मकान खाली करवाने वाले मकान मालिकों के खिलाफ कार्रवाई होगी। मेडिकल स्टाफ से जबरन मकान खाली कराने वाले मकान मालिकों के खिलाफ राजस्थान एपिडेमिक डिजीज एक्ट 1957 कार्रवाई की जाएगी । चिकित्सा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव रोहित कुमार सिंह ने आदेश निकालकर सभी जिला कलेक्टर , पुलिस आयुक्त, एसपी, नगर परिषद आयुक्त को कार्रवाई करने के लिए अधिकृत किया है. साथ में डॉक्टर्स की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए है ।

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उल्लेखनीय है कि मंगलवार को जोधपुर में एक मामला सामने आया था जिसमें मकान मालिक कोरोना पीड़ितों का इलाज करने वाली महिला डॉक्टर से जबरन मकान खाली करा रहा था ।इसके विरोध में डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ ने विरोध प्रदर्शन भी किया था । डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना वायरस के पीड़ितों का इलाज और देखभाल करने के कारण निजी मकान मालिक जबरदस्ती मकान से बेदखल कर रहे हैं और उन्हें हीन भावना से देखा जा रहा है । इसके बाद सरकार ने आदेश निकाल कर स्थिति को स्पष्ट कर दिया । आदेश में स्पष्ट कहा गया है यदि कोई मकान मालिक जबरदस्ती डॉक्टर से मकान खाली करवाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी ।सरकार द्वारा आदेश निकालने के बाद यदि कोई व्यक्ति डॉक्टर्स और नर्सिंग स्टाफ के साथ बदसलूकी करता है तो संबंधित जिलों के कलेक्टर उसके खिलाफ एक्शन ले सकेंगे ।

घर से बाहर निकलने वालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू 

कोरोनावायरस के चलते पूरा देश 21 दिन यानी 14 अप्रैल तक के लिए लॉकडाउन कर दिया गया है। राजस्थान में राज्य सरकार ने पहले ही लॉकडाउन कर रखा था। ऐसे में यहां लॉकडाउन का तीसरा दिन है। जयपुर सहित प्रदेश के अन्य बड़े शहरों की सड़कें सूनीं हैं। दवा, दूध और जरूरी सामानों की दुकानें खुली हुई हैं। लोग खरीददारी कर रहे हैं, लेकिन भीड़ नहीं है। लोग पिछले दो दिनों की तुलना में बुधवार को ज्यादा एहतियात बरतते नजर आए। सतर्कता का सबसे अच्छा उदाहरण दुकानदार दे रहे हैं। यहां कुछ दुकानदारों ने ग्राहकों के लिए एक-एक मीटर की दूरी पर मार्क कर दिए हैं, ताकि खरीददार दूर-दूर खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार कर सकें।

जयपुर में दवाई और किराणा सामान की दुकानों के मालिक ग्राहकों को एक-एक मीटर दूर खड़े कर रहे हैं । बेवजह भीड़ को रोकने के लिए पुलिस बल प्रयोग कर रही है । बिना किसी काम के घर के बाहर वाहन लेकर निकलने वालों की गाड़ियां जब्त करने के साथ ही उनके खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई जा रही है । वाहन सीज किए जा रहे हैं । चालान काटने के साथ ही यातायात पुलिसकर्मी लोगों से शपथ पत्र भरवा रहे हैं कि आगे घर से नहीं निकलेंगे । जयपुर शहर अन्य शहरों में स्थानीय निकायों द्वारा हाइपोक्लोराइट का छिड़काव सड़कों पर कराया गया है। इसके साथ ही सरकारी भवनों को सेनेटाइज किया गया है । 


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