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संपत्ति के लालच में चाची ने ले ली जुड़वा भतीजों की जान, पीड़िता मां बोली दे दो फांसी

जेठानी से पहले उसके बेटे को गोद लिया था। सात साल बाद जेठानी के खुद के बच्चे हुए तो उसने उसके बच्चे को वापस लौटा दिया। अपने बच्चे को पूरी संपत्ति का हकदार बनाने के लिए जेठानी के जुड़वा बच्चों को मौत के घाट उतारने की योजना बनाई।

By Priti JhaEdited By: Published: Tue, 07 Sep 2021 11:20 AM (IST)Updated: Tue, 07 Sep 2021 11:20 AM (IST)
संपत्ति के लालच में चाची ने ले ली जुड़वा भतीजों की जान, पीड़िता मां बोली दे दो फांसी
संपत्ति के लालच में चाची ने ले ली जुड़वा भतीजों की जान, पीड़िता मां बोली दे दो फांसी

उदयपर, संवाद सूत्र। राजसमंद जिले के खमनोर थाना क्षेत्र में दो दिन पहले एक कुएं से बरामद सात साल के दो जुड़वा भाइयों की हत्या के मामले में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। उनकी हत्या किसी और ने नहीं, बल्कि सगी चाची ने की थी। पारिवारिक विवाद और संपत्ति के लालच ने उसे इस कदर अंधा किया कि जंगल में बेर खाने निकले बच्चों को कुएं में ढकेल दिया।

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मिली जानकारी के अनुसार बच्चों के लापता होने पर परिजनों के साथ आरोपित चाची खुद उनकी तलाश में निकली थी। इस बीच उसे दोनों बच्चे दिखाई दिए और वह परिजनों की नजर चुराकर उनके पास पहुंची तथा पास ही कुएं में दोनों को धक्का देकर फिर से बच्चों की तलाश में जुट गई। पुलिस ने घटना के दो दिन बाद आरोपित चाची अंचनी देवी (37) पत्नी हीर सिंह को गिरफ्तार कर लिया। उसके खुलासे हर कोई चौंक उठा। बताया गया कि सायों का खेड़ा निवासी बालू सिंह ने अपने छोटे भाई हीरसिंह के एक बेटे को गोद लिया था। बाद में उसकी पत्नी चांदनी बाई ने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया। जो अब सात साल के हो गए थे।

घटना से पूर्व सात बर्षीय बच्चे तंवर सिंह और भूपेंद्र सिंह घर के आंगन में खेल रहे थे और उनकी मां चांदनी घरेलु कामकाज में जुटी थी। दोपहर बाद उसका ध्यान बच्चों की ओर गया तो देखा कि दोनों बच्चे गायब थे। उसे आसपास तलाशा लेकिन वह नहीं मिले। तब बालू सिंह और चांदनी खमनोर थाने पहुंचे तथा बच्चों के लापता होने की सूचना दी। पुलिस और ग्रामीण बच्चों की तलाश में जुटे थे। इसी बीच पता चला कि उनके घर से लगभग एक किलोमीटर दूर दोनों बच्चों के शव एक कुएं में तैर रहे थे। जिसे देखकर उनके माता-पिता के पैरों तले जमीन खिसक गई थी। पुलिस और परिजनों ने इस घटना को लेकर हत्या की आशंका जताई और हत्या का मामला दर्ज कर जांच में जुटी थी। इधर, राजपूत समाज बच्चों की हत्या को लेकर आंदोलित हो उठा और पुलिस पर जल्द से जल्द कार्रवाई को लेकर दबाव बनाने लगा।

गोद दिए बेटे को लौटाया, तब से भतीजों की हत्या के बारे में सोचने लगी

राजसमंद एसपी सुधीर चौधरी ने बताया कि पुलिस को बच्चों की चाची अंचनी देवी (37) पत्नी हीर सिंह की गतिविधि पर शक हुआ। सख्ती से पूछताछ की गई तो अंचनी ने सच उगल दिया। जिसने पुलिस पूछताछ में बताया कि जेठानी से पहले उसके बेटे को गोद लिया था। सब कुछ ठीक- ठाक चल रहा था। सात साल बाद जेठानी के खुद के बच्चे हुए तो उसने उसके बच्चे को वापस लौटा दिया। जिसके बाद आए दिन उसका जेठानी से झगड़ा होता था। अपने बच्चे को पूरी संपत्ति का हकदार बनाने के लिए जेठानी के जुड़वा बच्चों को मौत के घाट उतारने की योजना बनाई। दो दिन बाद जब घर के बाहर खेल रहे थे, तभी उन्हें बेर का लोभ दिया। जिससे बच्चे बेर खाने घर से निकल गए थे। घटना के बाद राज्य विधानसभा अध्यक्ष और नाथद्वारा विधायक सीपी जोशी पीड़ित परिवार से मिलने उनके घर पहुंचे तथा शोक संतप्त परिवार को ढांढस बंधाया। इधर, पीड़िता की मां चांदनी देवी ने मांग की है कि उसके बच्चों की हत्या की आरोपित को फांसी दी जानी चाहिए।  


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