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Rajasthan Politics: प्रतापगढ़ नगर परिषद की चेयरमैन रामकन्या गुर्जर ने भाजपा छोड़कर कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की

Rajasthan राजस्थान में प्रतापगढ़ जिले की धरियावद विधानसभा में उपचुनाव से पहले प्रतापगढ़ नगर परिषद की चेयरमैन रामकन्या गुर्जर ने भाजपा से इस्तीफा देते हुए कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली। उनके पति प्रहलाद गुर्जर व एक और वार्ड पार्षद ने भाजपा से इस्तीफा दे कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Sat, 11 Sep 2021 02:55 PM (IST)Updated: Sat, 11 Sep 2021 02:55 PM (IST)
Rajasthan Politics: प्रतापगढ़ नगर परिषद की चेयरमैन रामकन्या गुर्जर ने भाजपा छोड़कर कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की
प्रतापगढ़ नगर परिषद की चेयरमैन रामकन्या गुर्जर ने भाजपा छोड़कर कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। फाइल फोटो

उदयपुर, संवाद सूत्र। राजस्थान के उदयपुर संभाग में दो विधानसभाओं के लिए उपचुनाव की घोषणा कभी भी संभव है। भाजपा और सत्तारूढ़ कांग्रेस दोनों ही प्रमुख दल उपचुनाव की तैयारियों में जुटे हैं। इस बीच, प्रतापगढ़ जिले से भाजपा को बड़ा झटका लगा है। इसी जिले की धरियावद विधानसभा में उपचुनाव से पहले प्रतापगढ़ नगर परिषद की चेयरमैन रामकन्या गुर्जर ने भाजपा से इस्तीफा देते हुए कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली। इसके साथ उनके पति प्रहलाद गुर्जर व एक और वार्ड पार्षद ने भाजपा से इस्तीफा देकर कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली। प्रतापगढ़ जिले के गठन के बाद तीन बार शहरी निकाय चुनाव हुए और तीनों ही बार भाजपा का बोर्ड बना। पिछले साल संपन्न नगरीय निकाय चुनाव में प्रतापगढ़ से रामकन्या गुर्जर सभापति चुनी गई। ठीक आठ महीने बाद उसने अपने पति प्रहलाद गुर्जर और वार्ड 11 की पार्षद पूजा गुर्जर के साथ मिलकर भाजपा से इस्तीफा देते हुए कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली।

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ना रेल मिली और ना ही हाइवे

प्रतापगढ़ नगर परिषद की सभापति रामकन्या गुर्जर ने अपना इस्तीफा भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया को भेजने के बाद जयपुर में कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद्र सिंह डोटासरा के समक्ष कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली। उन्होंने कहा कि सात से केंद्र में भाजपा की सरकार है और हर बार उन्हें प्रतापगढ़ में रेल और हाइवे का वादा किया जाता, लेकिन कभी भी जिले की समस्या पर गौर नहीं किया गया। इससे वह बेहद निराश थी। शहरी क्षेत्र में विकास और आम लोगों के वादे पूरे करने के लिए उसने भाजपा से इस्तीफा दिया और कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली।

भाजपा का गढ़ रहा प्रतापगढ़

प्रतापगढ़ जिला मुख्यालय हमेशा से ही भाजपा का गढ़ रहा है। यहां से पहली बार रामलाल मीणा कांग्रेस से विधायक निर्वाचित हुए, वहीं अब तक तीन बार हुए शहरी निकाय चुनाव में भाजपा का ही बोर्ड बना। पिछले साल निकाय चुनाव में भाजपा ने 21 तथा कांग्रेस ने 19 वार्डों पर जीत दर्ज कर कड़ा मुकाबला दिया था। सभापति रामकन्या गुर्जर के एक और पार्षद के साथ कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण किए जाने से अब उलट स्थिति हो गई है। कांग्रेस के पार्षदों की संख्या 21 तथा भाजपा के पार्षद घटकर 19 रह गए है। रामकन्या गुर्जर के भाजपा से इस्तीफा दिए जाने को लेकर पार्टी जिलाध्यक्ष गोपाल कुमावत का कहना है कि कांग्रेस ने अनीति के चलते हुए सभापति पर पहले निलंबन का दबाव बनाया और बाद में उसे कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करने के लिए मजबूर कर दिया।

इधर, प्रतापगढ़ से कांग्रेसी विधायक रामलाल मीणा का कहना है कि भाजपा की केंद्र सरकार के झूठे वादों से निराश होकर और कांग्रेस की कार्यशैली से प्रभावित होकर रामकन्या गुर्जर ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की है। उल्लेखनीय है कि सभापति गुर्जर के कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण किए जाने से विधायक रामलाल मीणा का राजनीतिक कद बढ़ा है। माना जा रहा है कि धरियावद उपचुनाव में पार्टी के टिकट वितरण में उनका प्रभाव देखने को मिलेगा। धरियावद सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है और विधायक मीणा की गिनती क्षेत्र के अनुसूचित जनजाति नेताओं में प्रमुख है।


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