ससुराल में शौचालय नहीं था तो बहू 8 माह रही मायके
ससुराल वाले सार्वजनिक स्थान पर शौच के लिए जाते थे और यह बात बहू को पसंद नहीं थी। इस कारण पढ़ी-लिखी बहू 8 महीने ससुराल में रही।
जयपुर, जागरण संवाददाता। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के "स्वच्छ भारत मिशन " की मुहिम राजस्थान में तेजी से रंग लाने लगी है। केन्द्र और राज्य सरकार तो अपने-अपने स्तर पर इस दिशा में काम कर ही रही है,आम लोग भी अब इसका महत्व समझने लगे हैं।ऐसा ही एक मामला राजस्थान के राजसमंद जिले में सामने आया है। राजसमंद जिले के बाधपुर गांव में एक बहू महज इसलिए अपने मायक चली गई कि ससुराल में शौचालय नहीं था।
ससुराल वाले सार्वजनिक स्थान पर शौच के लिए जाते थे और यह बात बहू को पसंद नहीं थी। इस कारण पढ़ी-लिखी बहू 8 महीने ससुराल में रही। आखिरकार ससुराल वालों को अपनी बहू की जिद के चलते घर में शौचालय बनाना पड़ा।जानकारी के अनुसार बाधपुर गांव के बाबूलाल रंगास्वामी के बेटे सुरेश का विवाह उदयपुर की कलावती के साथ पिछले साल हुआ था। कलावती 10वी कक्षा पास है। विवाह के बाद वह अपने ससुराल पहुंची तो वहां शौचालय नहीं होना उसे बुरी बात लगी। इस पर उसने अपनी सास और पति से शौचालय बनाने का आग्रह किया। लेकिन ससुर बाबूलाल रंगास्वामी ने आर्थिक तंगी का बहाना बनाकर शौचालय बनाने से इंकार कर दिया।
इस पर कलावती जिद पर अड़ गई और अपने मायके जाकर बैठ गई।समाज के पंचों एवं रिश्तेदारों ने दोनों पक्षों को समझाने का प्रयास किया,लेकिन कलावती जिद पर अड़ी रही। ससुराल में शौचालय बनवाने की जिद के चलते कलावती 8 महीने अपने मायके में रही। इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी स्थानीय पंचायत समिति में क्लर्क ललिता राठौड़ को मिली तो उसने कलावती से सम्पर्क कर सरकारी मदद से शौचलय निर्माण का आश्वासन दिया।
इसके बाद ससुर बाबूलाल भी शौचालय निर्माण के लिए तैयार हुआ और शौचालय बनकर तैयार हो गया । इसके बाद कलावती ससुराल आई और सभी को शौचालय का प्रयोग करने के लिए पाबंद किया।अब गांव के अन्य घरों में भी शौचालय बनवाने को लेकर जागरूकता बढ़ी है।