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बांसवाड़ा के माही पुल पर दो ट्रेलरों में भीषण टक्‍कर, एक पुल पर लटका, दूसरा नदी में बहा

बांसवाड़ा जिले में माही नदी के पुल पर सोमवार दोपहर भीषण टक्‍कर हो गई। दुर्घटना में एक ट्रेलर पुल पर लटक गया जबकि दूसरा नदी में जा गिरा।

By Preeti jhaEdited By: Published: Tue, 01 Oct 2019 11:10 AM (IST)Updated: Tue, 01 Oct 2019 11:10 AM (IST)
बांसवाड़ा के माही पुल पर दो ट्रेलरों में भीषण टक्‍कर, एक पुल पर लटका, दूसरा नदी में बहा
बांसवाड़ा के माही पुल पर दो ट्रेलरों में भीषण टक्‍कर, एक पुल पर लटका, दूसरा नदी में बहा

उदयपुर, जेएनएन। बांसवाड़ा जिले में माही नदी के पुल पर सोमवार दोपहर भीषण टक्‍कर हो गई। दुर्घटना में एक ट्रेलर पुल पर लटक गया, जबकि दूसरा नदी में जा गिरा। नदी के तेज बहाव में बहने के बाद ट्रेलर और उसके चालक का पता नहीं चल पाया। हालांकि उसकी तलाश में घंटों तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। उसके चालक का भी पता नहीं चला। कयास लगाए जा रहे हैं कि बहे ट्रेलर में अन्य लोग भी हो सकते हैं।

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घटना बांसवाड़ा शहर से करीब बीस किलोमीटर रतलाम मार्ग की है। जहां माही नदी पर बने गैमन पुल पर दो ट्रेलरों की सीधी टक्‍कर हो गई। भीषण टक्‍कर में एक ट्रेलर पुल पर लटक गया जबकि दूसरा ट्रेलर माही नदी में जा गिरा और बह गया। ट्रेलर जिस ओर गया, वहां गोताखोरों से तलाश कराई गई लेकिन उसका पता नहीं चला। चालीस फीट गहराई तक गोताखोरों ने घंटों तक तलाश जारी रखी लेकिन अंधेरा ढलने के बाद तलाशी अभियान रोकना पड़ा।

इस बीच पुलिस ने पुल की एक ओर लटके ट्रेलर को तीन क्रेनों की मदद से बाहर निकाला। लटके ट्रेलर के पिछले पहिए टूटकर नदी में गिरने से उसे निकालने में भारी मशक्कत करनी पड़ी। जिसके चलते इस मार्ग पर घंटों तक यातायात अवरूद्ध रहा। पुलिस ने क्विक रिस्पोंस टीम के अलावा एसअीआरपी की टीम को भी मौके पर बुलाया।

जिला कलक्टर अतरसिंह तथा पुलिस अधीक्षक केसरसिंह शेखावत भी मौके पर जायजा लेने पहुंचे। उनका कहना था कि जो ट्रेलर पुल पर लटका था उसके चालक और खलासी पुल पर कूद गए थे और बच गए। जबकि दूसरा ट्रेलर जो नदी में जा गिरा, उसके चालक और खलासी या अन्य आदमियों को लेकर अभी कुछ कहा नहीं जा सकता। सीडीआरएफ, स्थानीय गोताखोरों और नाविकों ने नदी में गिरे ट्रेलर की तलाश के लिए करीब पांच घंटे तक अभियान चलाया लेकिन अंधेरा छाने की वजह से अभियान रोकना पड़ा।

जिला कलक्टर ने बताया कि चालीस फीट गहराई तक गोताखोर जाने में सफल रहे लेकिन उसके नीचे जाने के लिए गोताखोरों के पास आवश्यक संसाधनों की कमी के चलते रेस्क्यू ऑपरेशन को सफलता नहीं मिली। जिस ट्रेलर के नदी में गिरने की आशंका जताई है, वह संभवत: सीमेंट से लदा था। उसे बांसवाड़ा से पहले टोल नाके पर देखा गया लेकिन रतलाम मार्ग के टोल नाके पर वह नहीं पहुंचा। पुलिस उस ट्रेलर के नंबरों के आधार पर मालिक तक पहुंचने के प्रयास में जुटी है।

मंगलवार सुबह एक बार फिर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। हादसे में दूसरे ट्रेलर के चालक और खलासी या अन्य लोगों के बारे में भी मंगलवार तक खुलासा हो पाएगा। 


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