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Lockdown: राजस्थान में आंशिक लॉकडाउन के पहले दिन घर जाने वालों की भीड़ बढ़ी, पुलिस ने 13 लाख से अधिक के किए चालान

Lockdown संक्रमण रोकने के प्रयासों के तहत अशोक गहलोत सरकार द्वारा लगाए गए 15 दिन के आंशिक लॉकडाउन के पहले दिन सोमवार को जरूरी सेवाओं को छोड़कर सबकुछ बंद रहा। सरकार ने इसे जन अनुशासन पखवाड़ा नाम दिया है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Mon, 19 Apr 2021 05:27 PM (IST)Updated: Mon, 19 Apr 2021 05:35 PM (IST)
Lockdown: राजस्थान में आंशिक लॉकडाउन के पहले दिन घर जाने वालों की भीड़ बढ़ी, पुलिस ने 13 लाख से अधिक के किए चालान
राजस्थान में आंशिक लॉकडाउन के पहले दिन घर जाने वालों की भीड़ बढ़ी। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, जयपुर। Lockdown: राजस्थान में कोरोना महामारी की स्थिति भयावह होती जा रही है। संक्रमण रोकने के प्रयासों के तहत अशोक गहलोत सरकार द्वारा लगाए गए 15 दिन के आंशिक लॉकडाउन के पहले दिन सोमवार को जरूरी सेवाओं को छोड़कर सबकुछ बंद रहा। सरकार ने इसे जन अनुशासन पखवाड़ा नाम दिया है। यह तीन मई को सुबह पांच बजे तक जारी रहेगा। सरकारी और प्राइवेट दफ्तर बंद रहे। केवल आवश्यक सेवाओं के सरकारी व निजी कार्मिकों को ही परिचय पत्र देखकर काम पर जाने की अनुमति दी गई। दिनभर पुलिस की पेट्रोलिंग जारी रही। सबसे ज्यादा हालात जयपुर, अलवर, जोधपुर, कोट, उदयपुर व सिरोही में बिगड़े होने के कारण यहां सख्ती बरती जा रही है।

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अनावश्यक लोगों को बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा। आंशिक लॉकडाउन की घोषणा होते ही पड़ोसी राज्यों व प्रदेश के ही विभिन्न जिलों में काम करने वाले अपने घरों पर लौटने लग गए। इस कारण सरकारी परिवहन के साथ ही निजी बसों पर दबाव बढ़ गया। मजदूरी करने गए लोगों के गुजरात से बड़ी संख्या में आने के कारण सिरोही, बांसवाड़ा व डूंगरपुर जिलों से सटी सीमा पर वाहनों की कतार लग गई। इसी तरह दिल्ली और यूपी से लोग बड़ी संख्या में राजस्थान आ रहे हैं। इस कारण भिवाड़ी, शाहजहांपुर और भरतपुर बॉर्डर पर वाहनों की कतार नजर आई। पुलिस व मेडिकल टीम आरटी पीसीआर टेस्ट रिपोर्ट देखने के बाद ही लोगों को प्रदेश में प्रवेश करने की अनुमति दे रही है।

ग्रामीण क्षेत्रों से आकर शहरों में आकर काम कर रहे मजदूर वापस लौटने लगे हैं। राज्य के पुलिस महानिदेशक एमएल लाठर ने बताया कि सख्ती बढ़ाई गई है। राजस्थान एपिडेमिक अध्यादेश के तहत अब तक 13 लाख 61 हजार से अधिक लोगों का चालान किया जा चुका है। इनमें मास्क नहीं लगाने पर तीन लाख 93 हजार, मास्क पहने बिना सामान बेचने पर 16 हजार 391, तय दूरी नहीं रखने पर नौ लाख 40 हजार 868, क्वारंटीन मानदंड़ों व निषेधाज्ञा का पालन नहीं करने पर 19 लाख आठ हजार 32 वाहनों का चालान करने के साथ ही दो लाख तीन हजार 419 वाहन जब्त किए गए। इनसे 37 करोड़ 39 लाख रुपये जुर्माने के रुपये में वसूल किए गए। सोशल मीडिया का दुरुपयोग करने पर 273 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

उधर बढ़ते संक्रमण के कारण सरकार ने सबकुछ बंद कर दिया, लेकिन शराब की दुकानें खुली रहीx। इसके पीछे शराब कारोबारी गृह विभाग की ओर से जारी गाइडलाइन का हवाला दे रहे हैं। इस गाइडलाइन में कहा गया है कि सरकार की अनुमति से खोली जाने वाली दुकानों पर काम चलेगा। शराब कारोबारियों का कहना है कि ये दुकानें सरकार की तरफ से जारी लाइसेंस के आधार पर खोली गई हैं। इस मामले में आबकारी विभाग के अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हुए।

ये बंद रहेंगे

पहले दिन बाजार, मॉल, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स,दुकानें, मॉल, सिनेमाघर, जिम, सभी तरह की शिक्षण संस्थाएं और कोचिंग संस्थान, मेले, जुलूस पूरी तरह से बंद रहे। विवाह समारोह में केवल 50 लोगों के शामिल होने की ही अनुमति रहेगी। इसके लिए जिला प्रशासन को सूचना देनी होगी। तय संख्या से अधिक लोगों को बुलाए जाने पर विवाह स्थल के संचालक और आयोजक दोनों पर जुर्माना लगेगा। पांच मई तक यह गाइडलाइन लागू रहेगी।

इन्हें खोलने की अनुमति मिली

मेडिकल स्टोर, जिला प्रशासन, वित्त, पुलिस, चिकित्सा, होमगार्ड, कंट्रोल रूम, फायर ब्रिगेड, केंद्र सरकार की आवश्यक सेवाओं से जुड़े कार्यालय, अस्पतालों व आवश्यक सेवाओं में काम करने वाले लोगों को आवाजाही जारी रही। राशन की दुकान, सब्जी और फल की दुकानें, पेट्रोल पंप खुले रहे। राष्ट्रीय राजमार्गों पर खुले भोजनालय व वाहन की मरम्मत करने वालों की दुकानें खुली।


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