गुलाबचंद कटारिया ने बोले- राजस्थान में छह महीने में गिर जाएगी गहलोत सरकार
कटारिया ने कहा कि कांग्रेस अब आम आदमी की पार्टी नहीं परिवार की पार्टी है। उपर से नीचे तक परिवारवाद हावी है। राष्ट्रीय संगठन में मां-बेटा बेटी के अलावा किसी को नेता नहीं मानते। गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस गहलोत सरकार अगले छह महीने में गिर जाएगी।
उदयपुर,। राजस्थान विधानसभा में नेता-प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस गहलोत सरकार अगले छह महीने में गिर जाएगी। यह सब इनके कर्मों के चलते होगा। निकाय चुनाव में जो नीति गहलोत ने शुरू की है वह भविष्य में कांग्रेस के लिए ही भारी पड़ेगी। कटारिया मंगलवार को जागरण संवाददाता से बात कर रहे थे।
नेता- प्रतिपक्ष कटारिया ने कहा कि कांग्रेस अब आम आदमी की पार्टी नहीं, परिवार की पार्टी है। उपर से नीचे तक परिवारवाद हावी है। राष्ट्रीय संगठन में मां-बेटा, बेटी के अलावा किसी को नेता नहीं मानते। उसी तरह के हालात उदयपुर संभाग और शहर में हैं। उन्होंने कहा कि यहां पूर्व सांसद रघुवीर मीणा और उनकी पत्नी, पूर्व विधायक सज्जन कटारा और उनका बेटा विवेक कटारा, गिरिजा व्यास और उनका भाई और भतीजा बहू के अलावा किसी को आगे बढ़ने का मौका नहीं दिया जाता। यह पार्टी अपने कर्मों से ही खत्म हो जाएगी।
उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि नगर निगम चुनावों में गहलोत ने वोट एवं सत्ता के लिए जनता को बांटने का काम किया है, किन्तु भविष्य में यह उनके लिए भी भारी पड़ेगा। उन्होंने दावा किया कि अगले छह महीनों में गहलोत सरकार गिर जाएगी। उन्होंने बताया कि जिस युवा नेता सचिन पायलट ने पार्टी को खड़ा किया और एक तरह से निष्कासित कर दिया। सचिन और उनके सहयोगी यह बात भूले नहीं, बस सही मौके की तलाश है।
मेवाड़ को कांग्रेस मुक्त करना उनका मकसद उन्होंने कहा कि मेवाड़ को कांग्रेस मुक्त करने में जुटे हैं। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को सबसे बड़ी हार मेवाड़ से मिली। अब पंचायत चुनाव में इसे दोहराना है। वह पूरी तरह संभाग में सक्रिय है और भाजपा नेताओं को एकजुट कर कांग्रेस का सफाया करने के लिए काम में जुटे हैं।
भाजपा ने किया विकास, दो साल से कांग्रेस सरकार युवाओं को बना रही मूर्ख कटारिया ने कहा कि जहां तक मेवाड़ में विकास की बात है तो भैरोंसिंह सरकार और वसुंधरा सरकार के दौरान ही विकास कार्य हुए। गहलोत सरकार ने पिछले दो साल में विकास के नाम पर एक भी ईंट नहीं रखी। युवाओं को नौकरी के नाम पर झांसा दिया जा रहा है। दो साल के दौरान एक भी युवा को नौकरी नहीं दी गई। डूंगरपुर तथा करौली-सवाई माधोपुर में चला मीणा आंदोलन भी कांग्रेस सरकार की गलत नीतियों का परिणाम है।