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बालिका गृह की बालिकाओं ने बताई आपबीती-अधीक्षक नहीं देती थी सेनेट्री पेड, फब्तियां कसती व मारपीट करती थी

जोधपुर बालिका गृह की बालिकाओं ने आयोग अध्यक्ष को बताई आपबीती- अधीक्षक नहीं देती थी सेनेट्री पेड कसती थी फब्तियां करती थी मारपीट

By Preeti jhaEdited By: Published: Fri, 13 Dec 2019 11:36 AM (IST)Updated: Fri, 13 Dec 2019 11:36 AM (IST)
बालिका गृह की बालिकाओं ने बताई आपबीती-अधीक्षक नहीं देती थी सेनेट्री पेड, फब्तियां कसती व मारपीट करती थी
बालिका गृह की बालिकाओं ने बताई आपबीती-अधीक्षक नहीं देती थी सेनेट्री पेड, फब्तियां कसती व मारपीट करती थी

जोधपुर, रंजन दवे। प्रदेश सरकार के महिला और बाल विकास विभाग के तहत संचालित होने वाले राजकीय बालिका गृह जोधपुर के मंडोर केंद्र पर सनसनीखेज खुलासे हुए हैं जहां बालिका गृह की अधीक्षक के द्वारा वहां रहने वाली बालिकाओं के साथ अभद्रता अश्लीलता और फब्तियां कसने, मारपीट करने का मामला उजागर हुआ है।

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अधीक्षक असमा पीरजादा पर बालिकाओं के कपड़े उतरवाने के साथ मासिक धर्म के दिनों में उनको सेनेट्री पेड उपलब्ध नहीं करवाने और यातनाएं देने का भी आरोप है। इतना ही नहीं बालिका गृह की रहवासी बालिकाओं ने बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्षा संगीता बेनीवाल से सेंटर की अधीक्षक असमां पर भामाशाह के नाम के पर अनजान मर्दों से मिलने के लिए मजबूर करने की बात भी कही है। मामला सामने आने के बाद विभाग ने बालिका गृह की अधीक्षक को निलंबित किया है साथ ही 3 केयर टेकर को भी हटा दिया गया है।

पूरा मामला जोधपुर के मंडोर बालिका गृह से जुड़ा है। प्रदेश के मुखिया अशोक गहलोत के साथ साथ बाल संरक्षण आयोग की चेयरपर्सन संगीता बेनीवाल का भी ये गृह नगर है। खुलासा आयोग की अध्यक्षा बेनीवाल के ओचक निरीक्षण से हुआ जहां, बालिकाओं ने आयोग की अध्यक्ष को मिलने के लिए कुछ इशारा किया। बालिकाओं ने संगीता बेनीवाल से अकेले में मिल कर और भी सनसनीखेज खुलासे किये है। जिसमें बालिकाओं के साथ छेड़छाड़, कपड़े खुलवाने, और नेपकिन पैड मांगने पर फब्तिया कसने जैसी आपत्तिजनक हरकतें करने की बात प्रमुखता से सामने आई है।

इतना ही नहीं बालिकाओं ने आयोग की अध्यक्षा से मिल भामाशाह के नाम पर अनजान लोगों को बालिका गृह में प्रवेश देने और बालिकाओं को उनसे मिलने के लिए बाध्य करने की बात भी कही। संगीता बेनीवाल के अनुसार ये बेहद गंभीर मामला है, इसको लेकर जांच होनी चाहिए।

बालिकाओं को प्रताड़ित करना, अश्लीलता, फब्तियां कसने के साथ मासिकधर्म के दौरान बुरा आचरण और सेनेट्री पेड उपलब्ध नही करवाना, बालिकाओं को भूखा रखना, अच्छा भोजन नही देना, मारपीट करना अमानवीय आचरण है। इसके बाद बेनीवाल ने पूरे बालिका गृह का गंभीरता के साथ निरीक्षण किया तो वहां और भी कई अनियमितता मिली।

इनका कहना है-

अध्यक्षा, बालसंरक्षण आयोग, राजस्थान संगीत बेनीवाल का कहना हैइस बालिका गृह में तकरीबन 45 बालिकाएं है, पूर्व में कई बार यहां आने के बाद इस बार बालिकाओं ने अकेले में मिलने का इशारा किया और अपनी पीड़ा बताई। इन बालिकाओं के साथ ये सभी कृत्य अमानवीय हैं। मैैंने बालिका गृह का निरीक्षण किया है, जिसमें और भी अनियमितता सामने आई है। विभाग द्वारा अधीक्षक को निलंबित किया गया है। आगे भी करवाई होगी।


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