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Rajasthan: अंधविश्वास ने ली जान, दो माह की बच्ची को गर्म सलाखों से दागा

Rajasthan भीलवाड़ा जिले में अंधविश्वास के कारण दो माह की एक बच्ची की मौत हो गई। बच्ची की तबीयत बिगड़ी तो उसके परिजनों ने अंधविश्वास के चलते गर्म सलाखों से दाग दिया। मंगलवार को बच्ची को पेट पर तीन जगह दागा गया।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Wed, 21 Apr 2021 03:59 PM (IST)Updated: Wed, 21 Apr 2021 04:37 PM (IST)
Rajasthan: अंधविश्वास ने ली जान, दो माह की बच्ची को गर्म सलाखों से दागा
भीलवाड़ा में अंधविश्वास के कारण बच्ची को गर्म सलाखों से दागा, मौत। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, जयपुर। Rajasthan: राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में अंधविश्वास के कारण दो माह की एक बच्ची की मौत हो गई। बच्ची की तबीयत बिगड़ी तो उसके परिजनों ने अंधविश्वास के चलते गर्म सलाखों से दाग दिया। मंगलवार को बच्ची को पेट पर तीन जगह दागा गया। तबीयत बिगड़ने पर बच्ची को महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां देर रात उसकी मौत हो गई। सूचना मिलने पर बाल कल्याण समिति के सदस्य अस्पताल पहुंचे और पुलिस को जानकारी दी। बुधवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद बच्ची का शव परिजनों को सौंप दिया गया। बाल कल्याण समिति के सदस्य फारूख खान पठान ने बताया कि रेलमगरा क्षेत्र के भैरूलाल की दो माह की बेटी सपना कुछ दिन से बीमार थी।

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अंधविश्वास के कारण उसके परिजनों ने मंगलवार दोपहर गर्म सलाखों से बच्ची के पेट पर तीन जगह दाग दिया, जिससे बच्ची की तबीयत ज्यादा खराब हो गई। इस पर आसपास के लोगों की सलाह से परिजनों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान मंगलवार रात उसकी मौत हो गई। इस संबंध में बच्ची के तीन परिजनों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया है। उल्लेखनीय है कि भीलवाड़ा जिले में बीमारी दूर करने के नाम पर बच्चों को गर्म सलाखों से दागने का सिलसिला काफी सालों से चलता आ रहा है। अंधविश्वास के कारण ग्रामीण कथित रूप से जादू-टोना करने वालों की सलाह से ऐसा करते हैं। कई बार बच्चों की मौत हो जाती है। बाल प्रताड़ना के मामलों में 3 से 5 साल की सजा का प्रावधान है।

गौरतलब है कि राजस्थान में जोधपुर शहर में बुधवार सुबह एक अफवाह उड़ी, जिसमें जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल में कोविड से 200 लोगों की मौत होने को लेकर पोस्ट लिखी गई थी। यह झूठी खबर सोशल मीडिया के जरिए डाली गई थी, जिसके पश्चात तेजी से वायरल हुई इस पोस्ट को बाद में अफवाह बताया गया। पुलिस अधिकारियों ने भी पड़ताल में ऐसी किसी भी बात का खंडन किया। इस झूठी खबर के वायरल होने के साथ ही पुलिस भी हरकत में आई। पुलिस ने भी करवाई, पड़ताल में एक व्यक्ति के बारे में सबसे पहले पोस्ट वायरल करने का पता लगा। सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वाले अभिषेक जोशी नाम के शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। साथ ही, इससे पूछताछ में जुटी है।


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