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Rajasthan के मंत्री बोले, राज्यसभा चुनाव में 25 करोड़ और सियासी संकट में 60 करोड़ का प्रस्ताव था, पत्नी बोली- हमें इज्जत चाहिए

Rajasthan News गहलोत सरकार में सैनिक कल्याण मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने दावा किया कि बीते राज्यसभा चुनाव में एक उम्मीदवार को वोट देने के लिए उन्हें 25 करोड़ की मोटी रकम ऑफर हुई थी। हालांकि उन्होंने पार्टी या व्यक्ति का नाम नहीं बताया।

By Aditi ChoudharyEdited By: Published: Tue, 02 Aug 2022 05:47 PM (IST)Updated: Tue, 02 Aug 2022 07:13 PM (IST)
Rajasthan के मंत्री बोले, राज्यसभा चुनाव में 25 करोड़ और सियासी संकट में 60 करोड़ का प्रस्ताव था, पत्नी बोली- हमें इज्जत चाहिए
गहलोत सरकार में मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा का बड़ा दावा(सांकेतिक तस्वीर)

जयपुर, जागरण डिजिटल डेस्क। राजस्थान के अशोक गहलोत सरकार में सैनिक कल्याण राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने दावा किया है कि बीते राज्यसभा चुनावों में उन्हें एक उम्मीदवार को वोट देने के लिए 25 करोड़ रुपए की पेशकश की गई थी। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से कांग्रेस में आए विधायक राजेंद्र गुढ़ा के इस दावे ने सियासी गलियारे में तूफान ला दिया है। गुढ़ा ने एक और दावा करते हुए कहा कि 2020 में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ विद्रोह के दौरान भी उन्हें इसी तरह 60 करोड़ रुपए का ऑफर मिला था। राजस्थान के झुंझुनू में सोमवार एक निजी स्कूल के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गुढ़ा ने यह चौंकाने वाले खुलासे किए। हालांकि, उन्होंने किसी भी पार्टी या व्यक्ति का नाम नहीं लिया और कहा कि उन्होंने दोनों प्रस्तावों को ठुकरा दिया।

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'पैसों से अधिक प्रतिष्ठा प्यारी'

जानकारी के अनुसार, स्कूल के एक छात्र का भ्रष्टाचार पर सवाल का जवाब देते हुए गुढ़ा ने कहा, "पिछले राज्यसभा चुनाव में एक व्यक्ति को वोट देने के लिए मुझे 25 करोड़ का प्रस्ताव मिला था। मैंने पत्नी से पूछा कि 25 करोड़ की रकम आ रही है, बस वोट देना है, लेकिन पत्नी ने कहा, हमें पैसे नहीं चाहिए। आपकी इज्जत खराब हो जाएगी। उससे पहले जब कांग्रेस में सियासी संकट आया तो मेरे पर 60 करोड़ रुपये का प्रस्ताव था। उस समय भी पत्नी और बच्चों ने कहा हमें पैसे नहीं इज्जत चाहिए। जब सभी बच्चे इस तरह की बात सोचेंगे तो देश अपने आप ठीक हो जाएगा। 

सियासी विद्रोह में दिया गहलोत का साथ

इस दौरान राजेंद्र गुढ़ा ने तत्कालीन उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट द्वारा गहलोत सरकार के खिलाफ बगावत का भी जिक्र किया। गौरतलब है कि राजेंद्र गुढ़ा उन छह विधायकों में से एक हैं, जिन्होंने 2018 के विधानसभा चुनाव में बसपा उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल की लेकिन 2019 में कांग्रेस में शामिल हो गए।

जुलाई 2020 में जब तत्कालीन उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट और 18 अन्य कांग्रेस विधायकों ने सीएम अशोक गहलोत के खिलाफ विद्रोह किया, तो गुढ़ा अशोक गहलोत के खेमे में रहे।

गहलोत सरकार में मंत्री बने राजेद्र सिंह गुढ़ा

नवंबर 2021 में कैबिनेट विस्तार के दौरान पूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए गुढ़ा को सैनिक कल्याण राज्य मंत्री बनाया गया था। इस दौरान राजय्थान के मुख्यमंत्री कई बार भाजपा पर विधायकों को करोड़ों रुपये की पेशकश कर उनकी सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगाया है। इस साल जून में चार सीटों के लिए हुए राज्यसभा चुनाव में बीजेपी ने निर्दलीय उम्मीदवार और मीडिया कारोबारी सुभाष चंद्रा का समर्थन किया था। हालांकि, सुभाष चंद्रा हार गए और राज्यसभा चुनाव में सत्तारूढ़ कांग्रेस के तीन और भाजपा के एक उम्मीदवार ने जीत दर्ज की।


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