Budget Session: गहलोत सरकार ने राज्यपाल से कहलवाया,पेट्रोल-डीजल पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क ज्यादा है
राजस्थान विधानसभा में बजट सत्र के पहले दिन की कार्रवाई राज्यपाल कलराज मिश्र के अभिभाषण और दिवंगतों को श्रद्धांजलि देने के साथ शुरू हुई। बुधवार को पहले दिन राज्यपाल ने अभिभाषण में पेट्रोल व डीजल की बढ़ती कीमतों का उल्लेख किया। इसमें गहलोत सरकार की कूटनीति नजर आई।
जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान विधानसभा में बजट सत्र के पहले दिन की कार्रवाई राज्यपाल कलराज मिश्र के अभिभाषण और दिवंगतों को श्रद्धांजलि देने के साथ शुरू हुई। बुधवार को पहले दिन राज्यपाल ने अभिभाषण में पेट्रोल व डीजल की बढ़ती कीमतों का उल्लेख किया। इसमें गहलोत सरकार की कूटनीति नजर आई। देश में सबसे मंहगा पेट्रोल और डीजल बेच रही गहलोत सरकार ने राज्यपाल के अभिभाषण में कहलवाया कि केंद्रीय उत्पाद शुल्क ज्यादा है, राज्य ने 2 प्रतिशत वैट कम कर के लोगों को राहत दी है।
दरअसल, बजट सत्र की शुरूआत के समय राज्य सरकार द्वारा तैयार किया गया अभिभाषण ही राज्यपाल को पढ़ना होता है। अभिभाषण में कहा गया कि क्रूड आॅयल के अंतरराष्ट्रीय दाम में भारी गिरावट का लाभ आम जनता को देने के बजाय केंद्र सरकार अतिरिक्त उत्पाद शुल्क में लगातार बढ़ोतरी कर रही है। इससे राज्यों को विजिजिबल पूल से मिलने वाले राजस्व में लगातार कमी आ रही है। अभिभाषण के दौरान केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ गूंज सुनाई दी। माकपा विधायक बलवान पूनिया ने किसान आंदोलन के समर्थन में नारेबाजी की।
उन्होंने राज्यपाल के समक्ष कागज लहराते हुए कृषि कानूनों को काले कानून बताया। नारेबाजी करते हुए पूनिया वैल में आ गए और केंद्र सरकार से इन कानूनों को वापस लेने की मांग की। वे कुछ देर धरने पर भी बैठे। इस दौरान उन्होंने "आंदोलनजीवी जिंदाबाद "के नारे लगाए। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो दिन पहले संसद में "आंदोलनजीवी" शब्द की चर्चा की थी। कांग्रेस के कुछ विधायकों ने "जय किसान" के नारे लगाए। अभिभाषण पूरा होने के बाद भाजपा विधायकों ने "जय श्रीराम" के नारे लगाए।
कांग्रेस विधायक ट्रैक्टर चलाकर विस.पहुंच
कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में कांग्रेस विधाक इंदिरा मीणा ट्रैक्टर चलाकर विधानसभा की कार्यवाही में शामिल होने पहुंचे। विधानसभा के मुख्यद्वार पर सुरक्षाकर्मियों ने उन्हे रोक लिया । इसके बाद वे पैदल चलकर अंदर गई ।
पहली बार संविधान की प्रस्तावना पढ़ी गई
राज्यपाल ने अभिभाषण की शुरूआत संविधान की प्रस्तावना पढ़कर की । ऐसा पहली बार हुआ है । अभिभाषण और शोकाभिव्यक्ति के बाद सदन की कार्यवाही बृहस्पतिवार तक के लिए स्थगित कर दी गई । इसके बाद हुई कार्य सलाहकार समिति की बैठक में तय किया गया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 24 फरवरी को बजट पेश करेंगे ।