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राजस्‍थान के भरतपुर में कालेज जा रही दलित युवती से सामूहिक दुष्कर्म, थाने में पीड़िता को धमकाया

राजस्‍थान के भरतपुर में 19 वर्षीय दलित युवती के साथ सामूहिक दुष्‍कर्म का मामला सामने आया है। भय के कारण पीड़िता ने पहले दिन तो किसी को मामले के बारे में नहीं बताया। अगले दिन वह कालेज नहीं गई तो सहेली ने पीड़िता से बात की।

By Babita KashyapEdited By: Published: Sat, 04 Dec 2021 01:59 PM (IST)Updated: Sat, 04 Dec 2021 01:59 PM (IST)
19 वर्षीय दलित एक युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म

जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान के भरतपुर में कालेज पढ़ने जा रही 19 वर्षीय दलित एक युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस थाना अधिकारी ने मुकदमा दर्ज नहीं किया। पीड़िता की तरफ से मुकदमा दर्ज करने के बजाय थाना अधिकारी श्रवण पाठक ने उसे धमका कर वापस भेज दिया। थाने में न्याय नहीं मिलने पर पीड़िता स्वजनों के साथ जिला पुलिस अधीक्षक देवेंद्र बिश्नोई के पास शिकायत लेकर पहुंची।

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युवती का मुंह बंद करने के साथ ही मारपीट भी की

प्रारम्भिक जांच के बाद बिश्नोई ने उच्चैन थाना अधिकारी श्रवण पाठक को निलम्बित कर दिया । पीड़िता ने पुलिस अधीक्षक से शिकायत करते हुए कहा कि वह 29 नवम्बर को घर से कॉलेज जा रही थी। रास्ते में गांव के दो युवक हिम्मत और भगवान मोटरसाइकिल पर आए और उसे जबरन अपने साथ बिठा लिया। उन्होंने युवती का मुंह बंद करने के साथ ही मारपीट भी की। युवती के मुंह पर कपड़ा लगाकर उसे बेहोश कर दिया। दोनों ने युवती को रूपवास इलाके के जंगल में ले जाकर दुष्कर्म किया। युवती ने विरोध किया तो दोनों ने उसके साथ मारपीट करते हुए किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी। स्वजनों को मारने की भी धमकी दी। उसके बाद पीड़िता को कालेज के पास छोड़कर दोनों आरोपित फरार हो गए। भय के कारण पीड़िता ने पहले दिन तो किसी को मामले के बारे में नहीं बताया। अगले दिन वह कालेज नहीं गई तो सहेली ने पीड़िता से बात की।

थाना अधिकारी निलम्बित

पीड़िता ने अपनी सहेली को पूरे मामले के बारे में बताया। इसके बाद पीड़िता अपने स्वजनों के साथ उच्चैन पुलिस थाने पहुंची। पीड़िता और उसके स्वजन 30 तारीख को पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे। लेकिन थाना अधिकारी ने 6 घंटे तक पीड़िता एवं उसके स्वजनों को बिठाए रखने के बावजूद वापस लौटा दिया । वह 2 दिसम्बर को फिर थाने गए तो उन्हें वापस घर भेज दिया। थाना अधिकारी ने उन्हें किसी को इस मामले के बारे में नहीं बताने की धमकी दी। अगले दिन 3 दिसम्बर को पीड़िता अपने स्वजनों के साथ पुलिस अधीक्षक से मिली तो उन्होंने थाना अधिकारी को निलम्बित कर दिया। आरोपितों की तलाश की जा रही है। उल्लेखनीय है कि भरतपुर में इसी साल 18 अक्टूबर को 5 लोगों ने 16 वर्षीय नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया था। आरोपितों ने पीड़िता के भाई और पिता को रस्सी से पेड़ से बांध दिया था। इस मामले पुलिस ने 3 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। फिलहाल दो फरार हैं।


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