Road Accident In Jaisalmer: जैसलमेर में ट्रक से भिड़ी अनियंत्रित बोलेरो, चार लोगों की मौत
Road Accident In Jaisalmer राजस्थान में जैसलमेर जिले के मोहनगढ़ इलाके में सेना के एक ट्रक और बोलेरो कैंपर की जोरदार भिड़ंत में चार लोगों की मौत हो गई है।
जयपुर/जोधपुर, जेएनएन। Road Accident In Jaisalmer: राजस्थान के जोधपुर संभाग के सीमावर्ती जिले जैसलमेर के मोहनगढ़ इलाके में बुधवार को सेना के एक ट्रक और बोलेरो कैंपर की जोरदार भिड़ंत में चार लोगों की मौत हो गई। हादसे में मारे गए सभी लोग बोलेरो में सवार थे। सभी बाड़मेर जिले के चवा गांव निवासी थे। मोहनगढ़ थाना क्षेत्र में 105 आरडी बुईली रोड पर पनराजसर फांटा के निकट सेना के ट्रक से बोलेरो कैंपर जा भिड़ी। सेना का ट्रक चला रहे जवान ने बताया कि सामने से बहुत तेज रफ्तार के साथ आ रही बोलेरो को अनियंत्रित होता देख उन्होंने अपने ट्रक की रफ्तार को काफी धीमा कर दिया, लेकिन बोलेरो उनके ट्रक से आ भिड़ी। तेज रफ्तार से भिड़ी बोलेरो ट्रक के एक छोर पर सीधे उसके नीचे जाकर फंस गई।
तेज धमाके के साथ हुई भिड़ंत में एक व्यक्ति बोलेरो से उछल कर बाहर जा गिरा, जबकि तीन अन्य अंदर ही फंसे रह गए। इन चारों का घटनास्थल पर ही दम टूट गया। बाद में क्रेन की सहायता से ट्रक को हटाकर बोलेरो में फंसे लोगों को बाहर निकाला गया। मृतकों में एक के पास मिले आधार कार्ड के आधार पर उनकी पहचान हुई। परिजनों के घटनास्थल पर पहुंचने के बाद पुलिस ने स्थानीय अस्पताल में शवों का पोस्टमार्टम कराया। मृतकों में एक के पास मिले आधार कार्ड के अनुसार, 50 वर्षीय उदाराम बाड़मेर के चवा गांव निवासी था। इसी तरह अन्य लोगों के शिनाख्त के प्रयास किए गए हैं। पुलिस का मानना है कि सभी चारों मृतक चवा गांव के ही हैं और नहरी क्षेत्र में खेती के काम से आए हुए थे। इधर, हादसे से सेना के ट्रक का अगला हिस्सा भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। साथ ही, हादसे से जैसलमेर में सेना के अधिकारियों को भी अवगत करवाया गया है।
निमार्णाधीन बिल्डिंग गिरी
जयपुर के मुहाना इलाके में बुधवार दोपहर बाद एक निमार्णाधीन बिल्डिंग अचानक गिर गई। इस बिल्डिंग की पहली मंजिल पर काम चल रहा था, उसी दौरान यह भरभराकर गिर गई। इस हादसे में 10 मजदूर घायल हो गए। उन्हें तत्काल इलाज के लिए सवाई मानसिंह अस्पताल में ट्रोमा सेंटर ले जाया गया। चिकित्सकों के अनुसार सभी मजदूर खतरे से बाहर हैं। पुलिस के अनुसार, किसी मजदूर के मलबे में दबे होने की आशंका नहीं है।