Rajasthan: नगालैंड से फर्जी हथियार लाइसेंस बनाने के आरोप में बीकानेर से चार गिरफ्तार
Rajasthan नगालैंड से फर्जी हथियार लाइसेंस बनवा कर हथियार खरीदने के मामले में चार लोगों को बीकानेर से गिरफ्तार किया है। इस मामले में उदयपुर के सुखेर पुलिस थाना क्षेत्र में साल 2017 में मामला दर्ज हुआ था।
जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान स्पेशल आपरेशन ग्रुप (एसओजी) और आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) की टीम ने शनिवार को कार्रवाई करते हुए नगालैंड से फर्जी हथियार लाइसेंस बनवा कर हथियार खरीदने के मामले में चार लोगों को बीकानेर से गिरफ्तार किया है। इस मामले में उदयपुर के सुखेर पुलिस थाना क्षेत्र में साल, 2017 में मामला दर्ज हुआ था। सूत्रों के अनुसार, नगालैंड से फर्जी हथियार लाइसेंस बनवा कर हथियार खरीदने के मामले में बीकानेर के वार्ड नंबर 66 निवासी कमल किशोर, वार्ड संख्या तीन निवासी नवल सिंह राजपूत और नया शहर निवासी जुगल किशोर और चूरू निवासी बृजेंद्र सिंह शेखावत को गिरफ्तार किया गया है। सुखेर पुलिस थाने में मुकदमा संख्या 339/2017 अंतर्गत धारा 420 468 471 120 बी और 3/25, 5/25आर्म्स एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज हुआ था। इस मुकदमे में चारों की काफी समय से तलाश की जा रही थी। इन लोगों ने नगालैंड के अधिकारियों से मिलीभगत कर के पैसे के बल पर फर्जी हथियार लाइसेंस बनवाए थे। उनके आधार पर हथियार भी खरीदे थे।
इस तरह हुआ खुलासा
उल्लेखनीय है कि राजस्थान एसओजी और एटीएस ने साल, 2017 में इस प्रकरण का खुलासा किया था। उस समय जांच में सामने आया था कि नगलैंड में फर्जी हथियार लाइसेंस बनवाने वाले गिरोह का सरगना राजस्थान के चूरू निवासी भंवरलाल ओझा है। वह पिछले 40 साल से नगालैंड के दीमापुर में व्यापार करता है। उसका परिचय नगालैंड के सरकारी अधिकारियों से हुआ और फिर उसने पैसे लेकर राजस्थान के 500 से ज्यादा लोगों के हथियार लाइसेंस बनवाए थे। ओझा को गिरफ्तार किया गया था। वह फिलहाल जमानत पर है। सबसे ज्यादा लाइसेंस दीमापुर और जुन्हेबोटो कलक्टर कार्यालय से बनाए गए थे। पुलिस ने इस मामले में अधिकांश आरोपितों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। अब शनिवार को चार अन्य आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले के हर पहलू की जांच की जा रही है।