संसद में नोट लहराकर चर्चित हुए पूर्व सांसद एवं भाजपा नेता महावीर भगोरा का कोरोना से निधन
उदयपुर के एकलव्य कॉलोनी निवासी सलूम्बर से सांसद रहे महावीर भगोरा(75) को चार दिन पहले यहां के निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। शुक्रवार को वह कोरोना पॉजीटिव पाए गए थे और शनिवार देर रात उनकी मौत हो गई।
उदयपुर, जागरण संवाददाता। बारह साल पहले 2008 में संसद में नोट लहराकर देश भर में सुर्खियों में आए पूर्व सांसद महावीर भगोरा का गत बीती रात उदयपुर में निधन हो गया। रविवार सुबह उनका कोरोना प्रोटोकाल के तहत उनके अंतिम संस्कार कर दिया गया। इससे पहले उदयपुर मूल की राजसमंद से भाजपा की विधायक किरण माहेश्वरी की भी कोरोना से निधन हो गया था। भगोरा की मौत से भाजपा में शोक व्याप्त है।
उदयपुर के एकलव्य कॉलोनी निवासी महावीर भगोरा(75) को चार दिन पहले यहां के निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। शुक्रवार को वह कोरोना पॉजीटिव पाए गए थे और शनिवार देर रात उनकी मौत हो गई। सलूम्बर से सांसद रहे भगोरा 22 जुलाई 2008 को भाजपा सांसद सुधीन्द्र कुलकर्णी और फग्गन कुलस्ते के साथ संसद में नोट से भरे बैग लेकर पहुंचे थे।
उन्होंने आरोप लगाया कि तत्कालीन सरकार ने उन्हें यह पैसा सरकार बचाने के एवज में दिया था। बाद में दिल्ली पुलिस ने तीनों सांसदों को केश फॉर वोट केस में अहम भूमिका निभाने का आरोपी बनाया और गिरफ्तार कर लिया। तीनों ही सांसदों को तिहाड़ जेल में न्यायिक हिरासत में रहना पड़ा। हालांकि बाद में भगोरा सहित सभी आरोपी बरी हो गए, लेकिन भाजपा के स्थानीय नेताओं ने उनसे किनारा कर लिया और वह भाजपा के जनजाति नेता नंदलाल मीणा के करीबी हो गए थे लेकिन भाजपा ने उन्हें इसके बाद चुनाव लड़ने का अवसर नहीं दिया। परिसीमन में सलूम्बर लोकसभा सीट खत्म हो गई और उदयपुर लोकसभा सीट सामान्य से जनजाति के लिए आरक्षित हो गई। महावीर भगोरा 1993 से 1998 तक विधायक रहे तथा तत्कालीन राज्य सरकार में मंत्री भी रहे थे। बता दें, परिसीमन में सलूंबर लोक सभा सीट खत्म होने के बाद उदयपुर सीट जनजाति के लिए रिजर्व हुई थी