राजस्थान के कई जिलों में बाढ़ के हालात, ग्रामीणों को बचाने के लिए पहुंची सेना
राजस्थान के दक्षिण-पूर्वी जिलों में बाढ़ के हालात पैदा हो गए है। कई गांव बाढ़ की चपेट में आकर टापू बनकर रह गए हैं। बाढ़ में फंसे ग्रामीणों को बचाने के लिए सेना की मदद ली जा रही है
जयपुर, जेएनएन। राजस्थान के दक्षिण-पूर्वी जिलों में बाढ़ के हालात पैदा हो गए है। कई गांव बाढ़ की चपेट में आकर टापू बनकर रह गए हैं। बाढ़ में फंसे ग्रामीणों को बचाने के लिए सेना की मदद ली जा रही है। छह जिलों बारां, प्रतापगढ़, चित्तौडगढ, कोटा, बूंदी और झालावाड़ में शुक्रवार को स्कूलों में अवकाश की घोषणा कर दी गई है।
48 घंटों के दौरान जमकर बारिश
राजस्थान के दक्षिणी पूर्वी जिलों में बीते 48 घंटों के दौरान जमकर बारिश हुई है। इसके अलावा मध्य प्रदेश में हो रही बारिश का पानी भी नदियों के जरिए राजस्थान की ओर आ रहा है। इसके चलते कोटा, बूंदी, झालावाड़ जिले में बारिश से बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं। भारी बारिश के चलते निचली बस्तियां जलमग्न हो गई हैं।
कालीसिंध नदी का पानी झालावाड़ शहर तक पहुंच गया। वहीं प्रतापगढ़ में पिछले तीन दिन से बारिश जारी है। बारां में लगातार बारिश के बाद नदी-नाले उफान पर हैं। गुरुवार को एक यात्री बस सड़क पर बरसाती पानी के बीच काफी देर तक भर फंसी रही।
350 लोगों के हुये रेस्क्यू
कोटा के कैथून कस्बे में स्थिति सबसे ज्यादा खराब है। यहां बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने के लिए गुरुवार को सेना की मदद लेनी पडी। सेना की 50 जवानों की दो टुकड़ियां कैथून में बचाव कार्य में लगी हुई है। अब तक 350 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रेस्क्यू किया जा चुका है। कस्बे के स्कूल और धर्मशालाओं में लोगों को 2500 खाने के पैकेट बांटे गए हैं।
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