उदयपुर से कॉल कर अमेरिकियों से पांच करोड़ की ठगी, सात गिरफ्तार
Fraud from Americans. अमेरिकियों से ठगी करने वाले सात बदमाशों को उदयपुर पुलिस की विशेष टीम ने गिरफ्तार किया है।
उदयपुर, जेएनएन। लेकसिटी में रहकर अमेरिकियों से ठगी करने वाले सात बदमाशों को उदयपुर पुलिस की विशेष टीम ने गिरफ्तार किया है। सभी बदमाश अहमदाबाद के हैं, जो तीन साल से ऑनलाइन ठगी में लिप्त थे। चार महीने पहले उदयपुर आए और यहां आयड़ स्थित एक कॉम्पलेक्स में दो फ्लैट किराए से लेकर कॉलसेंटर
खोलकर ठगी का कारोबार शुरू किया। पकड़े जाने पर वे अभी तक पांच करोड़ की ठगी करना स्वीकार चुके हैं।
पकड़े गए बदमाशों में सोमनाथ उर्फ अंकुर यादव, दीपक कुमार बघेल, सौरभ उर्फ सोनू प्रजापति, राहुल यादव, अजय दिवाकर, रोशन झा और अभिषेक यादव शामिल हैं। ये सभी युवक अहमदाबाद शहर के विभिन्न इलाकों के हैं। ठग गिरोह का सरगना सोमनाथ उर्फ अंकुर है, जिसने चार माह पहले उदयपुर शहर के ऑयड स्थित विनायक कॉम्पलेक्स में दो फ्लैट किराए से लेकर कॉल सेंटर खोले। सोमनाथ को अहमदाबाद में रहने वाला उसका मित्र बिलाल हर दिन अमेरिका के 200 लोगों के कॉन्टेक्ट नंबर भेजता था। जिन पर सोमनाथ और उसके सहयोगी यहां से मैजिक जैक एप के जरिए उनसे संपर्क करते थे। यूं तो सभी बदमाश दसवीं फैल हैं, लेकिन ये लोग अमेरिकन भाषा बेहतर ढंग से बोलते हैं। जिससे अमेरिकियों को कभी उन पर संशय नहीं हुआ।
वहीं, मैजिक जैक एप के जरिए फोन करने से अमेरिकियों को यह पता नहीं चलता कि फोन कहां से आया और वे उसे लोकल समझते थे। ये लोग अमेरिका की नामी बैंक और ऋण कंपनियों से लोन दिलाने के झांसा उन्हें देते थे। दो सौ में से हर दिन 15-20 अमेरिकी उनके विश्वास झांसे में आ जाते थे। वह अमेरिकियों को वहां की प्रसिद्ध लोन देने वाली कंपनी एसकेस कंपनी और एसकेस एक्सप्रेस के अलावा वहां की लोकप्रिय बैंकों से लोन पास कराने का मैसेज भेजते थे। इन कंपनियों और बैंकों के बनाए फर्जी मेल आइडी से वह उनसे संपर्क साधते तथा उनकी साख खराब बताते हुए उनसे गिफ्ट कार्ड खरीदवाते थे। जिनकी जानकारी मिलने के बाद उदयपुर में बैठे ठगों के साथी इसकी जानकारी बिलाल और बिलाल अमेरिका में बैठे अपने सहयोगी को देता
था।
गिफ्ट कार्ड के जरिए मिलने वाले डॉलरों को अमेरिकन साथी शेयर बाजार या कमोडिटी मार्केट में पहले निवेश करता और बाद में यही पैसा निकालकर ऑनलाइन भारत भेज दिया जाता। आरोपित दसवीं पास लेकिन सभी की अंग्रेजी फर्राटेदार ठगी के सभी आरोपी दसवीं पास हैं लेकिन साथ रहकर अमेरिकी भाषा सीख गए हैं।
ये लोग इतनी अच्छी अमेरिकी भाषा बोलते हैं कि किसी को शंका नहीं होती। सभी आरोपित साथ रहकर अच्छी अंग्रेजी बोलना सीख गए। नाम भी रखे अमेरिकियों जैसे पकड़े गए आरोपियों ने अपने नाम अमेरिकियों जैसे रख रखे थे। जिसमें सोमनाथ कानाम माइक ऑस्टिन, दीपक का नाम माइक जान्सन, सौरभ का नाम जॉन स्मिथ,
राहुल का एलेक्स वाइट तथा रोशन झां का नाम मार्क मॉरिशन रखा हुआ था। इन्हीं नामों से वह अमेरिकियों से संपर्क करते थे।