Weather update: राजस्थान में मौसम की मार से किसान परेशान
कृषि आयुक्त ओमप्रकाश का कहना है कि ज्यादा बारिश के चलते कोटा बूंदी बारां और झालावाड़ जिलों में करीब 4 लाख 70 हजार हैक्टेयर क्षेत्र में फसल प्रभावित हुई है। इन जिलों में सोयाबीन और उड़द की फसल को बड़े स्तर पर नुकसान हुआ है।
जागरण संवाददाता,जयपुर। राजस्थान के किसान इस बार मौसम की दो तरफ से मार झेल रहे हैं। पहले तो कोटा और भरतपुर संभाग में भारी बारिश से फसलें खराब हो गई। अब अनावृष्टि फसल को तबाह कर रही है। राज्य के करीब एक दर्जन जिले बारिश की बेरूखी झेल रहे हैं। इन जिलों में जरूरत के मुताबिक बारिश नहीं होने से फसल जलकर नष्ट होने लगी है।
कृषि विभाग के अधिकारियों का मानना है कि यदि अगले कुछ दिन और बारिश की बेरुखी कायम रही तो बड़े स्तर पर फैसल को नुकसान हो सकता है। कृषि आयुक्त ओमप्रकाश का कहना है कि ज्यादा बारिश के चलते कोटा, बूंदी, बारां और झालावाड़ जिलों में करीब 4 लाख 70 हजार हैक्टेयर क्षेत्र में फसल प्रभावित हुई है। इन जिलों में सोयाबीन और उड़द की फसल को बड़े स्तर पर नुकसान हुआ है। वहीं बारिश नहीं होने के कारण बीकानेर, चूरू, बाड़मेर, जालोर, सिरोही, जैसलमेर, पाली और श्रीगंगानगर जिलों में किसानों की फसल खराब होने लगी है । इस इलाके में मौसम की मार साफ नजर आती है।
बारिश की बेरुखी के कारण इन जिलों में बाजरा,मूंग और ग्वार करीब 12 लाख हैक्टेयर क्षेत्र में फसल तबाह हो चुकी है। आगामी दिनों में नुकसान ज्यादा हो सकता है। इस बार 1 करोड़ 63 लाख हैक्टेयर क्षेत्र में खरीफ की बुवाई का लक्ष्य तय किया गया था जो करीब 90 फीसदी ही पूरा हो सका है। वहीं अब अतिवृष्टि और अनावृष्टि की मार किसानों को झेलनी पड़ रही है। अब किसानों को बीमा कंपनियों के माध्यम राहत दिलाने की कोशिश की जा रही है।
कृषि आयुक्त का कहना है कि राज्य सरकार ने प्रीमियम का 40 करोड़ का अपना हिस्सा जमा जमा करवा दिया । केंद्र सरकार से भी हिस्सा राशि का जल्द भुगतान करने की मांग की गई है। बीमा कंपनियों ने सर्वे का काम पूरा कर लिया है। राज्य सरकार ने भी विशेष गिरदावरी करवाई है।