Move to Jagran APP

Coronavirus: राजस्थान के किसान परेशान, खेत में तैयार खड़ी फसल; खरीद पर रोक

Coronavirus. अब कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर खरीद प्रक्रिया को स्थगित कर दिया गया है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Tue, 24 Mar 2020 07:09 AM (IST)Updated: Tue, 24 Mar 2020 01:51 PM (IST)
Coronavirus: राजस्थान के किसान परेशान, खेत में तैयार खड़ी फसल; खरीद पर रोक
Coronavirus: राजस्थान के किसान परेशान, खेत में तैयार खड़ी फसल; खरीद पर रोक

मनीष गोधा, जयपुर। Coronavirus. राजस्थान में कोरोना वायरस संक्रमण की सबसे बड़ी मार किसान पर पड़ती दिख रही है। मंडियों में काम ठप है और राजस्थान में सरकार ने सरसों, चना और गेहूं की फसल की समर्थन मूल्य पर खरीद अग्रिम आदेश तक रोक दी है, उधर खेतों में फसल लगभग तैयार है। उसके पास इसे रखने के लिए जगह नहीं है और कर्ज चुकाने का दबाव भी है। राजस्थान में किसान पहले ही ओलों की मार भी झेल चुका है। कोरोना वायरस संक्रमण के कारण राजस्थान में सरकार ने 31 मार्च तक लॉकडाउन घोषित किया हुआ है और इसके चलते सभी गतिविधियां ठप हैं। सार्वजनिक परिवहन पर रोक है। वहीं समर्थन मूल्य पर दलहन और तिलहन तथा गेहूं की खरीद पर आगामी आदेश तक रोक लगा दी गई है।

loksabha election banner

राजस्थान में कोटा संभाग में गेहूं की खरीद 15 मार्च और प्रदेश के अन्य हिस्सों में एक अप्रैल से शुरू हो जाती है, वहीं सरसों व चना की खरीद भी कोटा संभाग में 16 मार्च से शुरू हो गई थी तथा अन्य जिलों में एक अप्रैल से शुरू होनी है। गेहूं की खरीद भारतीय खाद्य निगम करता है, वहीं सरसों व चने की खरीद राजस्थान सरकार की सहकारी संस्था राजफैड के माध्यम से की जाती है। अब कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए इस खरीद प्रक्रिया को स्थगित कर दिया गया है।

भारतीय किसान संघ के प्रदेश अध्यक्ष मणिलाल लबाना का कहना है कि किसान बुरी स्थिति में फंस गया है। फसल लगभग तैयार है और मंडियां व सरकारी खरीद बंद पड़ी है। खलिहानों में पर्याा जगह नहीं है और मौसम भी बार-बार बिगड़ रहा है। ऐसे में कोरोना का संकट जल्दी खत्म नहीं हुआ तो हालात बहुत बिगड़ जाएंगे और किसान व्यापारियों के शोषण का शिकार होगा। वहीं आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष तथा किसान नेता रामपाल जाट का कहना है कि स्थिति विकट होती दिख रही है। सरकार को खरीद के लिए रजिस्ट्रेशन कर किसान को उसकी अनुमानित उपज के हिसाब से कुछ राशि उसे दे देनी चाहिए और जरूरत के हिसाब से उसके खेत से उपज उठा लेना चाहिए। इससे किसान को समय पर पैसा मिल जाएगा।

वहीं, राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ के अध्यक्ष बाबूलाल गुाा का कहना है कि आमतौर पर इस समय तक फसल मंडियों में आने लगती है, लेकिन इस वर्ष बार-बार बारिश के कारण फसल तैयार होने में कुछ देरी हुई है। ऐसे में हमारे पास अभी कुछ समय है। उम्मीद की जानी चाहिए कि कोरोना का संकट जल्द खत्म होगा, लेकिन सामान्य उपभोक्ता के लिए दिक्कत नहीं है क्योंकि सरकार के पास गेहूं, तेल और दालों का स्टॉक भरपूर है। सामान्य किराना की दुकानें और सप्लाई चेन चालू है।

राजस्थान की अन्य खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.