राजस्थान में किसानों की फसल पर पाकिस्तानी टिड्डी के बाद अब "फाका" का हमला,चट कर रहे फसल
पाकिस्तान से सटे राजस्थान के जैसलमेरबाड़मेरबीकानेर और श्रीगंगानगर जिलों में सीमा पार से टिड्डी दलों की घुसपैठ अभी जारी है।
जयपुर, नरेन्द्र शर्मा। पाकिस्तान से सटे राजस्थान के जैसलमेर,बाड़मेर,बीकानेर और श्रीगंगानगर जिलों में सीमा पार से टिड्डी दलों की घुसपैठ अभी जारी है। पिछले तीन माह से जारी टिड्डी दलों का हमला अगले एक माह तक जारी रहने की संभावना जताई जा रही है। टिडि्डयों के हमले से खेत और किसान बर्बाद हो रहे है। चारों जिलों में टिड्डी हमले से राजस्थान में अब तक 25 हजार से अधिक हेक्टेयर जमीन प्रभावित हुई है।
टिड्डी दलों के साथ ही अब "फाका" (छोटी टिड्डी) के आने का सिलसिला शुरू हो गया है। "फाका" अर्थात छोटी टिड्डी उड नहीं सकती,इस कारण तारबंदी के नीचे से पाक सीमा से सटे राजस्थान के इलाकों में प्रवेश कर किसानों की फसल बर्बाद कर रही है। "फाका" का अधिक प्रभाव फिलहाल जैसलमेर जिले में नजर आ रहा है जो आगामी दिनों में अन्य सीमावर्ती जिलों की तरफ बढ़ेगा।
किसानों के इस दुश्मन की घुसपैठ से अशोक गहलोत सरकार की चिंता बढ़ गई है।राज्य के कृषि मंत्री लालचंद कटारिया का कहना है कि टिड्डी के बाद अब "फाका" से किसानों की फसल का काफी नुकसान हो रहा है। राज्य सरकार ने इस बारे में केंद्र सरकार को अवगत कराया। अब यदि यह हमला लगातार बढ़ता जाएगा तो जरूरत पड़ने पर हवाई स्प्रे कराया जाएगा।
उन्होंने कहा कि टिड्डी दलों पर नियंत्रण के लिए लगातार कीटनाशक का स्प्रे कराया जा रहा है। सीमावर्ती जिलों में दर्जनों टीमें तैनात है,शनिवार से 5 नये कैंप लगाए गए है। कृषि विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पी.के.गोयल ने बताया कि करीब 100 अधिकारी एवं कर्मचारी किसानों के इस दुश्मन को नियंत्रित करने के लिए तैनात किए गए है।
26 साल पहले भी हुआ था ऐसा ही हमला
पाक सीमा से सटे राजस्थान के रेगीस्तानी इलाकों में करीब 26 साल पहले साल,1993 के अगस्त के अंतिम सप्ताह से अक्टूबर तक पड़ौसी देश से आने वाले टिड्डी दलों का ऐसा ही हमला हुआ था। उस समय किसानों की फसल को काफी नुकसान हुआ था,आखिरकार वायुसेना के विमानों की मदद से कीटनाशक का स्प्रे की टिड्डी दलों पर काबू पाया गया था। अब एक बार फिर इस तरह का हमला हो रहा है। कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि संभवत: अब एक से दो माह तक पाकिस्तान से आने वाली टिड्डी और फाका का आतंक रहेगा।
जैसलमेर जिले के भारेवाला,म्याजलार,नाचला,पोछीना और बीकानेर जिले के गजेवाला,बाड़मेर जिले के शिव,बायतु,गुढ़ामालानी,गड़रारोड़ एवं रामसर में टिड्डी और फाका के कारण किसानों की फसल को नुकसान हुआ है। कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि एक वयस्क टिड्डी दल प्रतिदिन 150 किलोमीटर हवा में उड़ सकता है और यह प्रतिदिन ताजा भोजन करता है,जो कि किसानों की फसल होती है।