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Rajasthan: रिश्वत के मामले में अधिशासी अभियंता और ठेकेदार गिरफ्तार, जेल भेजा

Bribery Case अधिशासी अभियंता के उदयपुर स्थित निवास की तलाशी ली गई जिसमें लाखों के जेवरात नकदी तथा तीन भूखंडों के दस्तावेज मिले हैं।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Thu, 10 Sep 2020 06:57 PM (IST)Updated: Thu, 10 Sep 2020 07:22 PM (IST)
Rajasthan: रिश्वत के मामले में अधिशासी अभियंता और ठेकेदार गिरफ्तार, जेल भेजा
Rajasthan: रिश्वत के मामले में अधिशासी अभियंता और ठेकेदार गिरफ्तार, जेल भेजा

उदयपुर, संवाद सूत्र। Bribery Case: भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने बांसवाड़ा जिले से पैंसठ लाख रुपये की रिश्वत के मामले में सार्वजनिक निर्माण विभाग के कार्यवाहक अधिशासी अभियंता तथा दो अन्य ठेकेदारों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। अधिशासी अभियंता के उदयपुर स्थित निवास की तलाशी ली गई, जिसमें लाखों के जेवरात, नकदी तथा तीन भूखंडों के दस्तावेज मिले हैं। तीनों आरोपितों को गुरुवार दोपहर उदयपुर स्थित भ्रष्टाचार मामले की विशेष अदालत में पेश किए जाने के बाद चौदह दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। आरोपित अधिशासी अभियंता के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का भी मामला बन सकता है और जांच रिपोर्ट एसीबी मुख्यालय भेजी गई है।

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उदयपुर एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने बताया कि एसीबी जयपुर की टीम ने बुधवार शाम सार्वजनिक निर्माण विभाग बांसवाड़ा की विद्युत शाखा के कार्यवाहक अधिशासी अभियंता अभियंता कोटा मूल के उदयपुर निवासी प्रेमप्रकाश महावर के साथ ही दो ठेकेदारों को पैंसठ हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए ठेकेदारों में चित्तौड़गढ़ निवासी शैलेन्द्र शर्मा तथा पंकज गौड़ शामिल हैं। उनके खिलाफ सरकारी भवनों में बिजली फिटिंग करने वाली फर्म के ठेकदार ने एसीबी जयपुर मुख्यालय पर शिकायत की थी। जिसमें अधिशासी अभियंता तथा उसके लिए बिचौलिए के रूप में काम करने वाले ठेकेदार भी शामिल थे। उसके फर्म का बांसवाड़ा में किए कार्यों का 12 लाख 8 हजार रुपये का भुगतान शेष था।

जिसमें से अधिशासी अभियंता पांच रिश्वत की मांग कर रहा था। पूर्व में वह चालीस हजार रुपये बतौर रिश्वत दे चुका था तथा पैंसठ लाख रुपये की और मांग कर रहा था। बुधवार को बकाया रिश्वत राशि लेने के लिए शिकायतकर्ता को डायलाब तालाब स्थित विभागीय कार्यालय बुलाया था। वहां अधिशासी अभियंता के साथ उसके बिचौलिए के रूप में काम करने वाले ठेकेदार भी मौजूद थे। उनके रिश्वत लेते ही एसीबी जयपुर की टीम ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया। गौरतलब है कि महावर जिला मुख्यालय पर सहायक अभियंता हैं, लेकिन अधिशासी अभियंता का पद रिक्त होने से उन्हें अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी हुई है।

उदयपुर स्थित घर से लाखों की नकदी, सोने-चांदी के जेवरात तथा भूखंडों के दस्तावेज मिले

रिश्वत के आरोप में गिरफ्तार अधिशासी अभियंता प्रेम प्रकाश महावर के उदयपुर की जैन काॅलोनी, भूपालपुरा स्थित घर की तलाशी ली। जहां से सात लाख 36 हजार रुपये नकद, पांच लाख चैदह हजार 200 रुपये कीमत के सोने के जेवरात, साठ हजार कीमत के चांदी के जेवरात, कोटा की सिद्ध प्रिया टाउनशिप, अनंतपुरा फूटा तालाब लाडपुरा कोटा तथा जैन काॅलोनी उदयपुर में तीन मकानों के दस्तावेज के साथ एलआइसी की आठ पाॅलिसियां भी बरामद हुए। एसीबी ने उनके बैंक खातों की डिटेल भी मांगी है। उनके बैंक लाॅकर्स होने की संभावना जताई जा रही है। बताया गया कि आरोपित अधिशासी अभियंता के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति को लेकर रिपोर्ट बनाकर एसीबी मुख्यालय भेजी जाएगी। जिसको लेकर अलग से मामला दर्ज होने की उम्मीद जताई जा रही है।


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