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Cyber Crime: राजस्थान के डीजीपी की ईमेल आइडी हैक कर यूपी पुलिस को आतंकी हमले के अलर्ट का संदेश भेजा

ML Lather राजस्थान के पुलिस महानिदेशक एमएल लाठर की सरकारी ईमेल आईडी हैक हो गई है। मेल से उत्तर प्रदेश पुलिस को आतंकी हमले के अलर्ट का संदेश भेजा गया है। इसकी पुष्टि लाठर ने खुद की है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Sat, 14 Aug 2021 05:28 PM (IST)Updated: Sat, 14 Aug 2021 08:27 PM (IST)
Cyber Crime: राजस्थान के डीजीपी की ईमेल आइडी हैक कर यूपी पुलिस को आतंकी हमले के अलर्ट का संदेश भेजा
राजस्थान के डीजीपी एमएल लाठर की ईमेल आइडी हैक। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, जयपुर। स्वतंत्रता दिवस से ठीक पहले राजस्थान के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एमएल लाठर की सरकारी ईमेल आईडी हैक हो गई है। मेल से उत्तर प्रदेश पुलिस को आतंकी हमले के अलर्ट का संदेश भेजा गया है। इसकी पुष्टि लाठर ने खुद की है। लाठर का मेल हैक होने की जानकारी मिलते ही साइबर एक्सपर्ट इसे रिकवर करने में जुट गए। इसी बीच, सूचना मिली है कि उत्तर प्रदेश के पुलिस अधिकारियों को 13 अगस्त को मेल पर आतंकी हमले का मैसेज मिला तो उन्होंने देर रात पुलिस महानिदेशक लाठर से फोन पर बात की। लाठर ने उन्हें किसी तरह की मेल भेजने से इन्कार कर दिया। लाठर ने इन्कार किया तो पूरे मामले का खुलासा हुआ। अब पुलिस मुख्यालय की साइबर टीम जांच में जुटी है कि किस तरह से और किसने मेल हैक किया है।

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राजस्थान के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एमएल लाठर ने गत दिनों कहा था कि पुलिस के लिए फर्जी केस बड़ी समस्या है। फर्जी केस दर्ज होने के मामले में राजस्थान अन्य राज्यों के मुकाबले आगे हैं। उन्होंने कहा कि देशभर में जितने फर्जी केस दर्ज होते हैं, उसमें से 37 फीसद अकेले राजस्थान में होते हैं। फर्जी केस दर्ज करवाने वालों के खिलाफ कार्रवाई का प्रावधान है, लेकिन काम के दबाव के कारण पुलिस ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर पाती है। बीकानेर में पत्रकारों से बात करते हुए लाठर ने कहा कि राजस्थान में महिला अपराध बढ़ने की बात कही जाती है, लेकिन हकीकत यह है कि राज्य में प्रत्येक शिकायत दर्ज की जाती है। इस कारण केस की संख्या बढ़ती है। इनमें से कई मामले जांच के बाद फर्जी निकलते हैं।

उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों के खिलाफ शिकायत मिलने पर जांच की जाती है। राज्य में इन हाउस डिकॉय होता है। पिछले कुछ समय में राज्य में एक आइपीएस और 10 आरपीएस अधिकारियों के साथ ही 23 इंस्पेक्टर व 571 अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गई। एक-एक आरपीएस और इंसपेक्टर के साथ ही 25 पुलिसकर्मियों को सीधे सेवा से बर्खास्त किया गया। इसके अतिरिक्त 10 पुलिसकर्मियों को अनिवार्य सेवानिवृति दी गई। पुलिस महकमें में यह आवश्यक किया गया है कि प्रत्येक स्तर पर पद्दोन्नति से पहले संबंधित पुलिसकर्मी को प्रशिक्षण लेना होगा। लाठर ने कहा कि ऑनलाइन ठगी को रोकने के लिए आइटी सेल को मजबूत किया जा रहा है। आम लोगों को भी ऑनलाइन ठगी करने वालों से बचना होगा।


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